भारत सरकार के ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान ने विश्व पटल पर एक नया इतिहास रच दिया है। महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण सुधार के उद्देश्य से चलाए गए इस जन-जागरूकता अभियान ने एक साथ तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।
नई दिल्ली: भारत सरकार की ओर से महिलाओं के स्वास्थ्य सशक्तिकरण को लेकर चलाए जा रहे ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी मान्यता मिली है। इस पहल के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक साथ तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जो देश के लिए गर्व का विषय है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस उपलब्धि को भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि यह सफलता ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार और विकसित भारत’ के लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना, नियमित जांच को प्रोत्साहित करना और मातृ स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।
तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बने एक साथ
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर इस ऐतिहासिक उपलब्धि की जानकारी साझा की। स्वास्थ्य मंत्रालय को निम्नलिखित तीन रिकॉर्ड्स के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया है —
- एक महीने में सबसे अधिक लोगों का स्वास्थ्य प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण — 3.21 करोड़ प्रतिभागी
- एक हफ्ते में सबसे अधिक ऑनलाइन ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग साइन-अप — 9.94 लाख प्रतिभागी
- एक हफ्ते में राज्य स्तर पर सबसे अधिक ऑनलाइन वाइटल साइन्स स्क्रीनिंग साइन-अप — 1.25 लाख प्रतिभागी
जेपी नड्डा ने कहा, यह उपलब्धि भारत के स्वास्थ्य तंत्र की सामूहिक शक्ति और डिजिटल नवाचार का प्रमाण है। ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान ने महिलाओं को स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई दिशा दी है।

पीएम मोदी ने दी थी पहल को शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान की शुरुआत 17 सितंबर 2025 को पोषण माह के साथ की थी। यह अभियान 2 अक्टूबर 2025 तक चला और इसमें देशभर के लाखों स्वास्थ्यकर्मी, स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय निकाय जुड़े। इस पहल का मुख्य उद्देश्य था —
- महिलाओं और किशोरियों में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना,
- शुरुआती स्वास्थ्य जांच (Early Screening) को प्रोत्साहित करना,
- और हर परिवार को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना।
- 19.7 लाख स्वास्थ्य शिविरों में 11 करोड़ लोगों की भागीदारी
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस अभियान के दौरान पूरे देश में 19.7 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। इन शिविरों के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं और जागरूकता संदेश पहुंचाया गया। इन शिविरों में महिलाओं और किशोरियों की ब्लड प्रेशर, शुगर, हीमोग्लोबिन, ब्रेस्ट कैंसर और पोषण स्तर जैसी जांचें की गईं। इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों ने स्वच्छता, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य और नियमित जांच के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी।
जेपी नड्डा ने कहा, यह केवल रिकॉर्ड बनाने का प्रयास नहीं था, बल्कि एक राष्ट्रीय जन आंदोलन था जिसने महिलाओं के स्वास्थ्य को परिवार और समाज के केंद्र में ला दिया। ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान की सफलता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनिसेफ जैसे वैश्विक संस्थानों ने भारत के इस कदम को “सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता का आदर्श मॉडल” बताया है।
अभियान के डिजिटल स्वरूप की भी तारीफ हुई, क्योंकि सभी पंजीकरण और स्क्रीनिंग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से किए गए, जिससे डेटा पारदर्शिता और सहभागिता में व्यापक वृद्धि हुई।













