अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना से इंकार करने के बाद डॉलर मजबूत हुआ है, जिससे सोना-चांदी की कीमतों पर दबाव आया। गुरुवार को MCX पर सोना ₹1,693 गिरकर ₹1,18,973 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹1,44,730 प्रति किलो पर पहुंच गई। विशेषज्ञों के मुताबिक, डॉलर की मजबूती जारी रही तो कीमतों में और गिरावट संभव है।
Gold Rates: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों से जुड़े फैसले के बाद गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025 को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। फेड ने संकेत दिया कि फिलहाल दरों में कोई कटौती नहीं होगी, जिससे डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ और निवेशकों ने सुरक्षित संपत्ति से दूरी बनाई। नतीजतन, MCX पर सोना ₹1,18,973 प्रति 10 ग्राम तक गिरा, जबकि चांदी ₹1,44,730 प्रति किलो पर आ गई। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि डॉलर की मजबूती जारी रही, तो कीमती धातुओं की कीमतें और नीचे जा सकती हैं, हालांकि भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने पर इनमें फिर तेजी संभव है।
सोना हुआ सस्ता, चांदी में भी गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गुरुवार को सोने की कीमत में लगभग 1.40 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। 10 ग्राम सोना अब ₹1,18,973 पर पहुंच गया है, जो पिछले सत्र की तुलना में करीब ₹1,693 कम है। वहीं चांदी भी इस गिरावट की लहर में पीछे नहीं रही। चांदी का भाव प्रति किलो लगभग ₹1,44,730 दर्ज किया गया, जिसमें 0.92 प्रतिशत की गिरावट आई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो स्पॉट गोल्ड लगभग 3,933 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, सिल्वर की कीमतें भी थोड़ी नरमी के साथ कारोबार कर रही थीं। डॉलर की मजबूती के चलते निवेशकों ने सोना-चांदी जैसी सुरक्षित संपत्तियों में निवेश घटाया है।
फेड रिजर्व के फैसले का असर बाजार पर
अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक ने इस बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन भविष्य में दरों में कटौती की संभावना को टाल दिया है। फेड के इस रुख से डॉलर मजबूत हुआ है और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी देखी गई है। चूंकि सोना डॉलर में खरीदा और बेचा जाता है, इसलिए जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना निवेशकों के लिए महंगा हो जाता है। यही वजह है कि कीमतों में गिरावट आई है।
घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डॉलर की मजबूती इसी तरह बनी रहती है, तो आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव या किसी बड़े आर्थिक संकट की स्थिति में सोने की मांग दोबारा बढ़ सकती है।
वहीं, घरेलू बाजार में भी सोने-चांदी के भाव बीते कुछ हफ्तों से उतार-चढ़ाव में हैं। त्योहारी सीजन में कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंची थीं, लेकिन अब निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाना शुरू कर दिया है।
रिटेल बाजार में क्या है हालात
रिटेल स्तर पर देखें तो 30 अक्टूबर को 24 कैरेट सोने का भाव लगभग ₹12,284 प्रति ग्राम रहा। वहीं, 22 कैरेट सोना लगभग ₹11,260 प्रति ग्राम के आसपास बिक रहा था। चांदी की बात करें तो इसका खुदरा भाव करीब ₹1,45,190 प्रति किलो दर्ज किया गया।
भारत में सोने और चांदी की कीमतें स्थानीय मांग, वैश्विक बाजार, डॉलर की चाल और आयात शुल्क में बदलाव जैसे कई कारकों पर निर्भर करती हैं। फिलहाल, फेड के फैसले के बाद से दोनों कीमती धातुओं के दामों में नरमी का रुख जारी है।












