हाईवे इंफ्रा के शेयरों ने लिस्टिंग के पहले ही दिन निवेशकों को तगड़ा मुनाफा दिया। ₹70 के इश्यू प्राइस पर आए शेयर आज ₹117 पर लिस्ट हुए और कुछ ही देर में ₹122.84 के अपर सर्किट पर पहुंच गए। कंपनी ने आईपीओ से जुटाए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल और अन्य कॉरपोरेट जरूरतों के लिए करने का प्लान बनाया है।
नई दिल्ली: मंगलवार को हाईवे इंफ्रा के शेयरों ने शेयर बाजार में धांसू शुरुआत की। ₹70 पर जारी हुए ये शेयर BSE पर ₹117 और NSE पर ₹115 पर लिस्ट हुए, जिससे निवेशकों को करीब 67% का लिस्टिंग गेन मिला। इसके बाद शेयर और चढ़कर ₹122.84 के अपर सर्किट तक पहुंच गए। 5-7 अगस्त तक खुले इस आईपीओ को निवेशकों ने जमकर खरीदा था, जिसकी ओवरऑल सब्सक्रिप्शन 316 गुना से ज्यादा रही।
Highway Infra IPO लिस्टिंग: ₹70 के शेयर पर ₹117 की धमाकेदार एंट्री
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का ₹130 करोड़ का IPO निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दे रहा है। IPO सब्सक्रिप्शन 5 से 7 अगस्त तक खुला था, जिसे निवेशकों का भारी समर्थन मिला। IPO के तहत जारी ₹70 प्रति शेयर के शेयरों की आज बीएसई पर लिस्टिंग ₹117 पर हुई, जबकि NSE पर ₹115 के करीब खुले।
शेयर ने लिस्टिंग के तुरंत बाद ही BSE पर ₹122.84 के अपर सर्किट तक छू लिया, जिससे निवेशकों को 75 प्रतिशत से अधिक लाभ हुआ। इस शानदार शुरुआत ने कंपनी की मार्केट में ताकत और निवेशकों का भरोसा साफ तौर पर दर्शाया है।
IPO के जरिए जुटाए गए पैसे का उपयोग
हाईवे इंफ्रा ने IPO के जरिए कुल ₹97.52 करोड़ नए शेयर जारी किए हैं। इसके अलावा 46.40 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बेचे गए, जिसका पैसा सीधे पुराने शेयरधारकों को मिला। IPO से जुटाए गए फंड में से लगभग ₹65 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए खर्च किए जाएंगे, जबकि बाकी राशि कंपनी के सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होगी। इस फंडिंग से हाईवे इंफ्रा अपने मौजूदा प्रोजेक्ट्स को बेहतर तरीके से पूरा करने और नए प्रोजेक्ट्स में निवेश बढ़ाने की स्थिति में होगी।
हाईवे इंफ्रा का कारोबार और प्रोजेक्ट्स
1995 में स्थापित हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मैनेजमेंट में सक्रिय है। कंपनी टोलवे कलेक्शन, इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (EPC) प्रोजेक्ट्स और रियल एस्टेट डेवलपमेंट करती है। टोलवे कलेक्शन बिजनेस में यह देश के 11 राज्यों और एक यूनियन टेरिटरी में सक्रिय है, जहां यह ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) तकनीक का उपयोग करती है। अगस्त 2024 तक कंपनी ने 24 टोलवे कलेक्शन प्रोजेक्ट पूरे किए हैं और सात प्रोजेक्ट पर काम जारी है। EPC सेक्टर में भी कंपनी ने अब तक 63 प्रोजेक्ट पूरे किए हैं, जबकि 20 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है।
कंपनी की वित्तीय मजबूती
हाईवे इंफ्रा ने वित्त वर्ष 2023 में ₹13.80 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया था, जो 2024 में ₹21.41 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹22.40 करोड़ तक पहुंच गया। कंपनी की कुल आय भी 5% से अधिक की चक्रवृद्धि दर से बढ़कर ₹504.48 करोड़ हो गई है। हालांकि, कर्ज की मात्रा भी बढ़ी है, जो वित्त वर्ष 2025 के अंत तक ₹71.82 करोड़ तक पहुंच गई है। वित्तीय मजबूती के साथ कंपनी की प्रोजेक्ट्स की संख्या और गुणवत्ता ने निवेशकों का विश्वास और बढ़ाया है।