Apple ने इस महीने iPhone 17 सीरीज लॉन्च की है, जिसमें नया कॉस्मिक ऑरेंज वेरिएंट पेश किया गया है। भारत में इसे “भगवा iPhone” के नाम से लोकप्रियता मिल रही है और स्टॉक तेजी से खत्म हो रहा है। कई डीलर्स ग्राहकों से 5,000 से 25,000 रुपये तक अतिरिक्त चार्ज लेकर इसे बेच रहे हैं।
iPhone 17 Pro: भारत में Apple ने इसी महीने अपनी लेटेस्ट iPhone 17 सीरीज लॉन्च की है, जिसमें नया ऑरेंज शेड पेश किया गया है। दिल्ली, मुंबई और अन्य बड़े शहरों में यह वेरिएंट तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। कई डीलर्स उत्साही ग्राहकों से 5,000 से 25,000 रुपये अतिरिक्त चार्ज लेकर इसे बेच रहे हैं, जबकि स्टॉक कम होने की वजह से खरीदने वालों को महीनों इंतजार करना पड़ सकता है। यह रंग iPhone को यूनिक लुक और स्टेटस सिंबल बनाता है, जिसकी वजह से भारतीय यूज़र्स इसे हाथ में लेने के लिए उत्साहित हैं।
नई लॉन्च और डिमांड का भंडार
Apple ने इस महीने अपनी लेटेस्ट iPhone 17 सीरीज लॉन्च की है, जिसमें नया कॉस्मिक ऑरेंज वेरिएंट पेश किया गया है। भारत में इसे तेजी से लोकप्रियता मिल रही है और लोग इसे भगवा iPhone कहकर बुला रहे हैं। iPhone 17 Pro और iPhone 17 Pro Max का यह रंग इतना हॉट है कि कई रिटेल स्टोर में स्टॉक से गायब हो गया है।
डीलर्स कर रहे हैं प्रीमियम वसूल
कई डीलर्स उत्साहित ग्राहकों से अतिरिक्त चार्ज लेकर इसे बेच रहे हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, ग्राहक इस रंग के फोन के लिए 5,000 से 25,000 रुपये तक अतिरिक्त भुगतान कर रहे हैं। दिल्ली के प्रमुख बाजारों लाजपत नगर, करोल बाग और गफ्फार मार्केट में भी यही हाल है। प्रीमियम चार्ज न देने पर ग्राहकों को महीनों इंतजार करना पड़ सकता है।
ऑरेंज रंग की लोकप्रियता के पीछे कारण
वैश्विक स्तर पर भी कॉस्मिक ऑरेंज चर्चा में है। Apple ने इस नए शेड को iPhone 17 Pro को यूनिक पहचान देने और दिखने में अलग लुक देने के लिए पेश किया है। इसे स्टेटस सिंबल की तरह देखा जा रहा है, जिससे लोग इसे तेजी से खरीदना चाहते हैं। यह रंग फोन को भीड़ में तुरंत पहचानने योग्य बनाता है।
Apple इंडिया वेबसाइट पर स्टॉक अपडेट
Apple इंडिया की साइट पर भी ऑरेंज मॉडल आउट ऑफ स्टॉक है और इसकी डिलीवरी अक्टूबर के तीसरे हफ्ते तक शिफ्ट हो गई है। अन्य वेरिएंट्स की तुलना में यह मॉडल सबसे ज्यादा विलंब के साथ उपलब्ध है। त्योहारी सीजन में लोग इसे हाथ में लेकर दिखाना चाहते हैं, यही कारण है कि डीलर्स इसका प्रीमियम चार्ज वसूल रहे हैं।