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इयरबड्स से कान की सफाई करना क्या सही है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय और सफाई करने का सही तरीका

इयरबड्स से कान की सफाई करना क्या सही है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय और सफाई करने का सही तरीका

आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में हम सभी स्वच्छता को लेकर सजग हैं। लेकिन कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो हमें साफ-सफाई के नाम पर नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसी ही एक आदत है – इयरबड्स से कान की सफाई करना। यह आदत जितनी आम है, उतनी ही खतरनाक भी हो सकती है। अगर आप भी इयरबड्स या कॉटन स्वैब्स का इस्तेमाल करके अपने कानों को रोजाना साफ करते हैं

ईयरवैक्स क्या है? क्या यह गंदगी होती है?

अक्सर लोग ईयरवैक्स को गंदगी समझते हैं, लेकिन सच यह है कि यह हमारे शरीर की एक नेचुरल प्रक्रिया का हिस्सा है। ईयरवैक्स यानी कान का मैल, कान को बैक्टीरिया, धूल, कीड़े और अन्य हानिकारक कणों से बचाने का काम करता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो कान को संक्रमण से बचाते हैं।

ईयरवैक्स कान की त्वचा को नम बनाए रखता है और यह धीरे-धीरे खुद ही बाहर निकल जाता है। यानी कान की सफाई का काम शरीर खुद करता है – हमें इसकी ज़रूरत नहीं होती, जब तक कोई खास परेशानी न हो।

इयरबड्स से सफाई क्यों है खतरनाक? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

हालांकि इयरबड्स का इस्तेमाल आम बात हो गई है, लेकिन एक्सपर्ट्स इसे कान के लिए नुकसानदेह मानते हैं।

1. मैल और अंदर धकेल दिया जाता है

जब आप इयरबड्स से सफाई करते हैं, तो कान का मैल बाहर निकलने के बजाय और अंदर चला जाता है। इससे ईयर कैनाल ब्लॉक हो सकती है और सुनने में परेशानी हो सकती है।

2. कान के पर्दे को नुकसान

अगर आप इयरबड्स को गहराई में डालते हैं, तो ईयरड्रम (कान का पर्दा) को नुकसान हो सकता है। इससे दर्द, जलन, सूजन और यहां तक कि परमानेंट हियरिंग लॉस का खतरा भी बन सकता है।

3. इंफेक्शन का खतरा

बार-बार इस्तेमाल किए गए या गंदे इयरबड्स से कान में बैक्टीरिया और फंगस पहुंच सकते हैं, जिससे संक्रमण हो सकता है। कई बार यह संक्रमण इतना बढ़ जाता है कि डॉक्टर को एंटीबायोटिक्स या सर्जरी तक करनी पड़ सकती है।

4. खुजली और सूजन

इयरबड्स से कान की सफाई करने पर त्वचा में रगड़ लगती है, जिससे खुजली, सूजन और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

कान की सफाई कैसे करें सही तरीके से?

यदि आप सोच रहे हैं कि बिना इयरबड्स के कान की सफाई कैसे होगी, तो घबराएं नहीं। शरीर की बनावट ही ऐसी है कि वह खुद-ब-खुद अतिरिक्त वैक्स को बाहर निकाल देता है।

1. प्राकृतिक सफाई पर भरोसा करें

ईयरवैक्स सामान्य रूप से धीरे-धीरे खुद बाहर आता है। जब आप नहाते हैं, तो बाहर की परत हल्के पानी से खुद ही साफ हो जाती है।

2. डॉक्टर से सलाह लें

अगर आपको ऐसा लगता है कि ईयरवैक्स जमा हो गया है, सुनाई कम दे रहा है या खुजली हो रही है – तो सीधे ENT स्पेशलिस्ट से मिलें। वे प्रोफेशनल तरीके से कान की सफाई कर सकते हैं।

3. ईयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल (डॉक्टर की सलाह पर)

बाजार में कुछ ईयर ड्रॉप्स उपलब्ध हैं जो वैक्स को नरम करने में मदद करते हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें। गलत तरीके से इस्तेमाल पर स्थिति और बिगड़ सकती है।

कब जरूरी होती है कान की सफाई?

कुछ खास मामलों में कान की प्रोफेशनल सफाई जरूरी हो सकती है, जैसे:

  • सुनने में दिक्कत होना
  • कान में भारीपन महसूस होना
  • सिर दर्द या चक्कर आना
  • कान से दुर्गंध आना
  • बार-बार इंफेक्शन होना

ऐसी स्थिति में डॉक्टर ही सही दिशा दिखा सकते हैं। खुद से कोई उपाय अपनाना स्थिति को और गंभीर कर सकता है।

 क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इयरबड्स से कान साफ करना एक आम लेकिन गलत आदत है। यह आदत कान की प्राकृतिक प्रणाली को बाधित करती है और कई बार स्थायी नुकसान भी पहुंचा सकती है।

डॉ. शर्मा (ENT स्पेशलिस्ट) कहती हैं – 'ईयरवैक्स शरीर का एक सुरक्षा कवच है, इसे हटाने की जरूरत नहीं होती जब तक कि यह परेशानी न पैदा कर रहा हो। इयरबड्स का इस्तेमाल करने से कान के परदे तक नुकसान पहुंच सकता है।'

कान हमारे शरीर का एक संवेदनशील अंग है, और इसकी देखभाल बहुत जरूरी है। इयरबड्स से कान की सफाई करना जितना आम है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। एक्सपर्ट्स का साफ कहना है कि ईयरवैक्स कोई गंदगी नहीं बल्कि शरीर का एक सुरक्षा कवच है। अगर कोई असुविधा महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ही सबसे समझदारी भरा कदम है।

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