भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला गया चौथा टेस्ट मैच बेहद रोमांचक अंदाज में ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इंग्लैंड ने पहली पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 669 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और मुकाबले पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए चौथे टेस्ट मुकाबले ने भले ही ड्रॉ के रूप में समाप्ति पाई हो, लेकिन यह मैच क्रिकेट इतिहास में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धियों के कारण हमेशा याद किया जाएगा। ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने वह कर दिखाया जो 141 वर्षों के टेस्ट इतिहास में कोई भी टीम नहीं कर पाई थी। इस मैच में भारत ने दोनों पारियों में 350 से अधिक रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया का 100 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया।
भारतीय बल्लेबाजों का ऐतिहासिक प्रदर्शन
इस टेस्ट की पहली पारी में भारत ने 358 रन बनाए, लेकिन इंग्लैंड की पहली पारी का स्कोर 669 रन रहा। इस विशाल बढ़त के बावजूद भारत ने हार नहीं मानी और दूसरी पारी में कप्तान शुभमन गिल (103 रन) के नेतृत्व में शानदार वापसी की। रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने नाबाद शतक जमाते हुए 203 रनों की अटूट साझेदारी की।
भारत ने दूसरी पारी 425/4 के स्कोर पर समाप्त की, जिससे मैच ड्रॉ हो गया। यह साझेदारी न सिर्फ मैच बचाने में अहम रही, बल्कि भारत को ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंचा गई।
टेस्ट इतिहास में पहली बार: दोनों पारियों में 350+ स्कोर
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में अब तक कुल 86 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी एक टीम ने दोनों पारियों में 350 से अधिक रन बनाए। यह कारनामा इससे पहले किसी भी टीम ने नहीं किया था। 141 सालों में पहली बार, किसी टीम ने इस ऐतिहासिक मैदान पर यह अद्वितीय उपलब्धि हासिल की है। मैनचेस्टर टेस्ट के ड्रॉ होने के साथ ही भारत ने एक सीरीज में सबसे ज्यादा बार 350+ रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
भारत ने मौजूदा सीरीज में 6 बार 350+ स्कोर बनाया।
इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था, जिसने
- 1920-21 में इंग्लैंड के खिलाफ 6 बार
- 1948 और 1989 में इंग्लैंड की धरती पर 6-6 बार 350+ रन बनाए थे।
- लेकिन अब टीम इंडिया ने इतिहास बदल दिया है, और यह रिकॉर्ड पूरी तरह से भारतीय क्रिकेट के नाम हो गया है।
भारत का प्रदर्शन – इंग्लैंड सीरीज 2025
- लीड्स टेस्ट: पहली पारी – 471 रन, दूसरी पारी – 364 रन
- एजबेस्टन टेस्ट: पहली पारी – 587 रन, दूसरी पारी – 427/6 (घोषित)
- तीसरा टेस्ट: पहली पारी – 387 रन, दूसरी पारी – 170 रन
- चौथा टेस्ट: पहली पारी – 358 रन, दूसरी पारी – 425/4 रन
भारत ने इस सीरीज में लगातार बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है, जिससे न सिर्फ विरोधी टीम पर दबाव बना बल्कि कई रिकॉर्ड्स भी टूटे। शुभमन गिल की कप्तानी की जमकर तारीफ हो रही है। उनके शांत स्वभाव और आक्रामक रणनीति ने टीम को मुश्किल से निकाला।