Columbus

मालेगांव केस पर सीएम योगी की पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या बोले मुख्यमंत्री

मालेगांव केस पर सीएम योगी की पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या बोले मुख्यमंत्री

2008 मालेगांव बम धमाका मामले में एनआईए कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अदालत के फैसले का स्वागत किया और इसे "सत्यमेव जयते की सजीव उद्घोषणा" करार दिया।

सीएम योगी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि इस फैसले से एक बार फिर कांग्रेस का भारत विरोधी, न्याय विरोधी और सनातन विरोधी चरित्र सामने आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 'भगवा आतंकवाद' जैसा झूठा शब्द गढ़कर करोड़ों सनातन धर्म मानने वालों, साधु-संतों और राष्ट्रसेवकों की छवि धूमिल करने का काम किया। योगी ने कांग्रेस से इस "अक्षम्य अपराध" के लिए देश से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की भी मांग की।

कोर्ट के फैसले में क्या कहा गया?

एनआईए कोर्ट ने 31 जुलाई को मालेगांव धमाके से जुड़े सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। अदालत ने कहा कि आरोपी कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित के घर से विस्फोटकों की बरामदगी या उनके संयोजन से जुड़ा कोई प्रमाण नहीं मिला। कोर्ट ने जांच में गंभीर खामियों की ओर इशारा करते हुए बताया कि घटनास्थल पर पंचनामा के दौरान न तो कोई स्केच बनाया गया और न ही फिंगरप्रिंट, डंप डेटा या अन्य निर्णायक साक्ष्य जुटाए गए।

इसके अलावा, धमाके में कथित रूप से शामिल मोटरसाइकिल का चेसिस नंबर अस्पष्ट था और अभियोजन यह साबित नहीं कर सका कि यह बाइक धमाके से पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के कब्जे में थी। कोर्ट ने यह भी कहा कि फॉरेंसिक नमूने दूषित थे, जिससे जांच रिपोर्ट न तो निर्णायक रही और न ही भरोसेमंद। इन सभी कारणों के चलते अदालत ने सभी आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया।

भाजपा ने कांग्रेस को ठहराया दोषी

इस फैसले के बाद भाजपा की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया आई। वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस की ‘हिंदू आतंकवाद’ की साजिश अब पूरी तरह नाकाम हो चुकी है। उन्होंने कहा कि किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं था, फिर भी कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने वाले कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया गया।

प्रसाद ने आरोप लगाया कि साध्वी प्रज्ञा को इस हद तक प्रताड़ित किया गया कि वह चलने-फिरने तक में असमर्थ हो गईं। उन्होंने कहा कि यह सब कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा था और अब सच्चाई अदालत के फैसले के रूप में सबके सामने आ गई है। भाजपा नेता ने फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस से भी माफी की मांग की।

Leave a comment