देश के पूर्वी राज्य ओडिशा में मौसम लगातार बिगड़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार से राज्य के तटीय और दक्षिणी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव का क्षेत्र 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा की तटरेखा की ओर बढ़ रहा है।
Weather Update: बंगाल की खाड़ी में बने ऊपरी कम दबाव के क्षेत्र ने धीरे-धीरे गहरे दबाव के क्षेत्र का रूप ले लिया है। यह सिस्टम ओडिशा के तट की ओर बढ़ रहा है, जिसके कारण बृहस्पतिवार को भारी बारिश हुई। राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए संवेदनशील जिलों में कर्मियों और मशीनरी को तैनात कर दिया है। राज्य के सभी हिस्सों में, खासकर तटीय और दक्षिणी क्षेत्रों में, बुधवार से ही लगातार भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को ओडिशा के सभी 30 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
बंगाल की खाड़ी में बन रहा दबाव
आईएमडी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में विकसित यह गहरा दबाव एक चक्रवाती तूफान से पहले की स्थिति है। इसके प्रभाव से राज्य में तेज हवाएं और भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को ओडिशा के सभी 30 जिलों में चेतावनी जारी की है। विशेषज्ञों के अनुसार, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है, जबकि 14 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट (7 से 20 सेंटीमीटर) और बाकी 14 जिलों के लिए येलो अलर्ट (7-11 सेंटीमीटर) जारी किया गया है।
आईएमडी ने कहा कि बुधवार की रात गहरा दबाव क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुआ, जो दक्षिण-दक्षिणपूर्व दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। इसके केंद्र की स्थिति दो अक्टूबर की सुबह के समय निम्नानुसार रही:
- गोपालपुर से 190 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व
- कलिंगपट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 190 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व
- पुरी (ओडिशा) से 230 किलोमीटर दक्षिण
- विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 250 किलोमीटर पूर्व
- पारादीप (ओडिशा) से 310 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम
इस गहरे दबाव के कारण राज्य के तटीय जिलों में तेज हवाओं और भारी बारिश का खतरा बढ़ गया है।
मछुआरों और समुद्री गतिविधियों पर अलर्ट
ओडिशा सरकार ने सतर्कता बरतते हुए संवेदनशील जिलों में कर्मियों और मशीनरी को तैनात किया है। विशेषकर तटीय और दक्षिणी जिलों में बारिश और संभव बाढ़ की स्थिति के लिए बचाव दल और आपात सेवाएं तैयार हैं। आईएमडी ने मछुआरों को तीन अक्टूबर तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है। गहरे दबाव के प्रभाव से मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी में तूफानी हवाएं 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जो दो अक्टूबर तक 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती हैं।
इसके अलावा, राज्य के सभी बंदरगाहों पर ‘स्थानीय चेतावनी संकेत संख्या-तीन’ (LC-3) लगाने की सलाह दी गई है, जिससे तटीय इलाकों और नाविकों को सुरक्षा के लिए सतर्क किया जा सके।