मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार, 31 जुलाई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस अहम बैठक के दौरान सीएम मोहन यादव ने प्रधानमंत्री को अपने 18 महीने के कार्यकाल की प्रगति रिपोर्ट (लेखा-जोखा) पेश किया।
Mohan Yadav: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुवार को दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने 18 महीनों के कार्यकाल का व्यापक लेखा-जोखा प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रदेश में बीते डेढ़ साल के दौरान हुए विकास कार्यों, औद्योगिक निवेश, सामाजिक कल्याण और अधोसंरचना सुधार जैसे विविध क्षेत्रों में हुई प्रगति की जानकारी साझा की।
सीएम मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी को "विरासत से विकास की राह और सुशासन के 18 महीने – मोदी जी का विजन और यादव जी का मिशन" नामक पुस्तिका भी भेंट की। इस पुस्तिका में मध्यप्रदेश के बहुआयामी विकास की कहानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रेरित होकर लागू की गई योजनाओं की विस्तृत झलक है।
प्रदेश के सर्वांगीण विकास की जानकारी दी
सीएम मोहन यादव ने पीएम मोदी को सूचित किया कि उनकी सरकार ने 18 महीनों में राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने का कार्य किया है। औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन, गरीबी उन्मूलन, जनजातीय समुदायों का सशक्तिकरण, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुशासन, शहरी विकास और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
उन्होंने बताया कि कैसे प्रदेश में निवेशकों का विश्वास बढ़ा है और राज्य अब राष्ट्रीय औद्योगिक मानचित्र पर मजबूती से उभर रहा है। आदिवासी बहुल इलाकों में विशेष योजनाएं लागू कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा गया है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए ‘लाड़ली बहना योजना’ और ‘मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता मिशन’ जैसे कार्यक्रमों का लाभ लाखों महिलाओं को मिला है।
दुबई और स्पेन यात्रा का भी दिया ब्योरा
मुख्यमंत्री ने हाल ही में दुबई और स्पेन में किए गए औद्योगिक निवेश यात्राओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि इन यात्राओं का उद्देश्य मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश हब के रूप में स्थापित करना है। दोनों देशों के प्रमुख उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ हुई बैठकों में राज्य की नीतियों और संभावनाओं को विस्तार से प्रस्तुत किया गया।
सीएम यादव ने बताया कि निवेशकों ने मध्यप्रदेश में निवेश की गहरी रुचि दिखाई है, विशेष रूप से कृषि-प्रसंस्करण, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, पर्यटन और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में। मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि ये प्रयास भविष्य में राज्य को रोजगार और आर्थिक समृद्धि की दिशा में एक नई ऊंचाई प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री से मांगा मार्गदर्शन और सहयोग
सीएम मोहन यादव ने प्रधानमंत्री से भविष्य की योजनाओं में मार्गदर्शन और सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए निरंतर प्रगति की दिशा में कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश, भारत को 2047 तक विश्वगुरु बनाने की प्रधानमंत्री की परिकल्पना में पूर्ण सहभागिता निभाने को प्रतिबद्ध है।
उन्होंने यह भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश आने वाले वर्षों में न केवल आत्मनिर्भर भारत अभियान में अग्रणी भूमिका निभाएगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक रोल मॉडल राज्य के रूप में पहचाना जाएगा।