मानसून ने आखिरकार अपेक्षित गति पकड़ ली है, जिससे पूरे देश में राहत भरी फुहारों की शुरुआत हो चुकी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले दस दिनों में देश के पश्चिमी तट, मध्य और उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम: कुछ दिनों की सुस्ती के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून ने जोरदार वापसी की है और अब यह देशभर में सक्रिय होता जा रहा है। केरल से लेकर कश्मीर तक आसमान से राहत की बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट और मौसम में ठंडक महसूस की जा रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के विभिन्न हिस्सों के लिए अगले दो दिनों यानी 17 और 18 जून को रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। मुंबई, गुजरात, उत्तर प्रदेश, केरल, कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों सहित लगभग पूरे भारत में मानसून के असर से तेज बारिश और तेज हवाएं देखी जा रही हैं।
मानसून का रफ्तार पकड़ना क्यों है अहम?
मानसून की चाल भारत की कृषि और जल आपूर्ति व्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस बार जून की शुरुआत में इसकी रफ्तार धीमी पड़ी थी, लेकिन अब यह अपेक्षित गति पकड़ चुका है और पश्चिमी तट से लेकर मध्य भारत और उत्तर भारत तक अपनी पकड़ मजबूत कर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 4-5 दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी, जो देश के अधिकांश हिस्सों को भीषण गर्मी से राहत दिलाएगी।
कहां-कहां होगी मूसलाधार बारिश?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, मानसून सोमवार तक महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और आस-पास के इलाकों में फैल चुका था। अब यह पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसी के साथ मुंबई से लेकर केरल और जम्मू से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है।
अलर्ट की पूरी सूची
- रेड अलर्ट - गुजरात: अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना, नदियों में जलस्तर बढ़ने और शहरी बाढ़ की आशंका।
- ऑरेंज अलर्ट - राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, और पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्य।
- येलो अलर्ट - जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, तमिलनाडु, तेलंगाना, सिक्किम, पुडुचेरी, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह।
मुंबई में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
मायानगरी मुंबई में बारिश ने सोमवार को कहर बरपाया। दिनभर हुई भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए, जिससे सड़क यातायात, लोकल ट्रेनें, मेट्रो और हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। शहर में औसतन 100 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई और कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ प्लास्टिक शीट्स उड़कर ओवरहेड लाइन पर गिरने से मेट्रो सेवा भी बाधित रही। 1 जून के बाद से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 18 लोगों की जान जा चुकी है।
मुंबई में बारिश के चलते उड़ानों पर असर पड़ा है। इंडिगो एयरलाइंस ने यात्रियों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि विमान सेवा में संभावित देरी के लिए तैयार रहें और यात्रा की योजना लचीली रखें। एयरलाइन ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति की जानकारी समय-समय पर लेते रहें।
केरल में रेड अलर्ट, रेल और सड़क सेवाएं प्रभावित
उत्तरी केरल में भारी बारिश से हालत चिंताजनक हैं। कन्नूर और कासरगोड जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। तेजस्विनी और पूझा नदियां उफान पर हैं। बाढ़ के चलते सैकड़ों लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। रेल सेवा पर भी असर पड़ा है, जिससे कई ट्रेनें रद्द या विलंबित हो चुकी हैं।
जम्मू-कश्मीर में प्री-मानसून की दस्तक
जम्मू-कश्मीर में प्री-मानसून बारिश की शुरुआत हो गई है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। कटड़ा में तापमान 29.9°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग 6 डिग्री कम है। 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान राज्य में मानसून पूरी तरह सक्रिय रहेगा।
मानसून की सक्रियता के चलते देश के मध्य और उत्तरी भागों में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे इलाकों में जहां 45 डिग्री तक पारा पहुंचा था, अब वहां तापमान 38 डिग्री से नीचे आ चुका है।