प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 सितंबर को गुजरात दौरे पर रहेंगे। वे भावनगर में रोड शो और जनसभा करेंगे, जहां डेढ़ लाख करोड़ की समुद्री परियोजनाओं का शिलान्यास होगा। इसके बाद लोथल में नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स की समीक्षा करेंगे।
Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 सितंबर को गुजरात के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। यह दौरा विकास और विरासत दोनों दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी सबसे पहले भावनगर पहुंचेंगे जहां वह रोड शो करेंगे और इसके बाद जवाहर मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक की शिपिंग और समुद्री परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।
साथ ही वे शहर को 100 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं की सौगात देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री अहमदाबाद जिले के लोथल जाएंगे जहां वे नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (National Marine Heritage Complex - NMHC) की प्रगति की समीक्षा करेंगे। यह परियोजना भारत की प्राचीन समुद्री शक्ति का प्रतीक है और प्रधानमंत्री के “विरासत भी, विकास भी” (heritage with development) विज़न का अहम हिस्सा है।
भावनगर में रोड शो और जनसभा
गुजरात दौरे की शुरुआत भावनगर से होगी जहां सुबह लगभग 10 बजे प्रधानमंत्री का रोड शो तय है। शहर की सड़कों पर भारी भीड़ प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए जुटने की संभावना है। रोड शो के बाद जवाहर मैदान में होने वाली जनसभा में प्रधानमंत्री कई अहम योजनाओं का एलान करेंगे। इस दौरान वह शिपिंग (shipping) और समुद्री विकास से जुड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे जिनकी कुल लागत लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये होगी। विशेषज्ञों के अनुसार ये योजनाएं गुजरात की तटीय अर्थव्यवस्था (coastal economy) को नई मजबूती देंगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के बड़े अवसर पैदा करेंगी।
डेढ़ लाख करोड़ की समुद्री परियोजनाएँ
भावनगर में जिन योजनाओं का शिलान्यास होगा उनमें बंदरगाह विकास, शिपिंग उद्योग (shipping industry) और समुद्री व्यापार (maritime trade) से जुड़ी परियोजनाएँ शामिल हैं। सरकार का उद्देश्य है कि इन योजनाओं से भारत की तटीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर (global level) पर प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके। जानकारों का कहना है कि इन निवेशों से भारत की ब्लू इकॉनमी (blue economy) को नया बल मिलेगा और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में देश की समुद्री संप्रभुता (sovereignty) और मजबूत होगी।
लोथल का नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार दोपहर लगभग 1 बजे अहमदाबाद जिले के लोथल पहुँचेंगे। यहाँ वे नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (National Marine Heritage Complex) की प्रगति की समीक्षा करेंगे। लोथल को सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा माना जाता है और इसे दुनिया का सबसे पुराना डॉकयार्ड (dockyard) कहा जाता है। यही कारण है कि यहाँ इस महत्वाकांक्षी परियोजना का निर्माण हो रहा है। करीब 4500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह कॉम्प्लेक्स भारत की प्राचीन समुद्री शक्ति और व्यापारिक इतिहास को प्रदर्शित करेगा।
विरासत और विकास का संगम
प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से “विरासत भी, विकास भी” (heritage with development) की सोच पर बल देते आए हैं। लोथल का यह कॉम्प्लेक्स इसी विचार का प्रत्यक्ष उदाहरण है। यहाँ न केवल प्राचीन सभ्यता और व्यापार से जुड़े साक्ष्यों को संरक्षित किया जाएगा बल्कि आधुनिक तकनीक (modern technology) के माध्यम से उन्हें प्रस्तुत भी किया जाएगा। इस परियोजना से पर्यटन (tourism) को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर नए रोजगार भी सृजित होंगे।