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PM Shri School: अब हर 5-10 किमी पर होगा एक बेहतरीन सरकारी स्कूल, शिक्षा मंत्रालय बना रहा बड़ा प्लान

PM Shri School: अब हर 5-10 किमी पर होगा एक बेहतरीन सरकारी स्कूल, शिक्षा मंत्रालय बना रहा बड़ा प्लान

देशभर में स्कूली शिक्षा के स्तर को सुधारने की दिशा में केंद्र सरकार पीएम-श्री स्कूल योजना का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रही है। शिक्षा मंत्रालय प्रत्येक 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में एक पीएम-श्री स्कूल या उसके जैसी सुविधाओं वाला स्कूल स्थापित करने की योजना बना रहा है। वर्तमान में देश के अधिकांश ब्लॉकों में दो पीएम-श्री स्कूल पहले से विकसित किए जा चुके हैं। इस दिशा में जल्द ही नई घोषणा हो सकती है।

योजना विस्तार की तैयारी

शिक्षा मंत्रालय देशभर में गुणवत्तापूर्ण स्कूली शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पीएम-श्री स्कूल योजना का विस्तार करने पर विचार कर रहा है। मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, सरकार की योजना है कि आने वाले वर्षों में प्रत्येक 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में एक ऐसा स्कूल उपलब्ध हो, जिसमें आधुनिक शिक्षा से जुड़ी सभी मूलभूत सुविधाएं मौजूद हों।

यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के उस लक्ष्य के अनुरूप है, जिसमें 2025 तक पूरे देश में स्कूल क्लस्टर या कॉम्प्लेक्स बनाए जाने की सिफारिश की गई है। नीति के अनुसार, इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, खेलकूद, कला व संगीत जैसी बहुआयामी गतिविधियों के लिए समुचित ढांचा होना चाहिए।

पीएम-श्री स्कूलों की वर्तमान स्थिति

पीएम-श्री (PM SHRI) स्कूल योजना की शुरुआत वर्ष 2022 में की गई थी। इसका उद्देश्य देशभर में पहले से संचालित सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कर उन्हें उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में विकसित करना था। वर्तमान में देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रत्येक ब्लॉक में दो पीएम-श्री स्कूल स्थापित किए जा चुके हैं, हालांकि केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल अभी इस योजना में शामिल नहीं हैं।

सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक देशभर में कुल 14,500 पीएम-श्री स्कूल विकसित किए गए हैं। इन स्कूलों को उन्नत बनाने के लिए प्रत्येक को दो करोड़ रुपये की विशेष वित्तीय सहायता दी गई है। स्कूलों का चयन प्रतिस्पर्धात्मक प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है और राज्यों को इस योजना से जुड़ने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने की शर्त को स्वीकार करना होता है।

बच्चों के लिए बढ़ेगा अवसर

शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि इस योजना के विस्तार से ग्रामीण व अर्ध-शहरी क्षेत्रों के बच्चों को भी कला, संगीत, विज्ञान और खेल जैसी गतिविधियों में भाग लेने और अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलेगा। वर्तमान में ऐसे अनेक स्थान हैं, जहां आधुनिक सुविधाओं की कमी के कारण बच्चों की प्रतिभाएं सामने नहीं आ पाती हैं।

सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय इस दिशा में राज्यों की रुचि और प्रतिक्रिया का मूल्यांकन कर रहा है, और वर्ष के अंत तक इस योजना के अगले चरण की घोषणा की जा सकती है। इसके तहत नए स्कूल नहीं खोले जाएंगे, बल्कि पहले से मौजूद स्कूलों को उन्नत बनाकर पीएम-श्री स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा।

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