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पुतिन का भारत को तोहफा! सस्ता तेल और S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम सप्लाई पर बढ़ी बातचीत

पुतिन का भारत को तोहफा! सस्ता तेल और S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम सप्लाई पर बढ़ी बातचीत

रूस भारत को सस्ते तेल की सप्लाई बढ़ाने और S-400 मिसाइल सिस्टम की नई डील पर राजी हो सकता है। SCO समिट में मोदी-पुतिन मुलाकात के बाद यह फैसला भारत की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए अहम साबित होगा।

India-Russia Relations: भारत और रूस के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं और चीन में हुए SCO समिट ने इसे और पुख्ता कर दिया है। इस बैठक में दोनों देशों के बीच सस्ते तेल और S-400 मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति को लेकर अहम बातचीत हुई। रूस ने भारत को सस्ते दामों पर ज्यादा तेल देने और मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी बढ़ाने का संकेत दिया है। यह डील ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका और रूस के बीच टैरिफ वॉर बढ़ता जा रहा है और भारत पर भी दबाव है।

रूस देगा भारत को ज्यादा सस्ता तेल

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने भारत को Urals Crude Oil पर बड़ी छूट दी है, जो अब Brent Crude की तुलना में 3 से 4 डॉलर तक सस्ता है। पहले यह छूट 1 डॉलर थी, जुलाई में 2.5 डॉलर हुई और अब सितंबर-अक्टूबर में यह 3 से 4 डॉलर तक बढ़ गई है। इस डील से भारत को रोजाना 1.5 से 3 लाख बैरल तक ज्यादा तेल मिलने की संभावना है, जिससे देश की तेल आपूर्ति में 10 से 20% तक इजाफा हो सकता है। भारत के लिए यह इसलिए अहम है क्योंकि वह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है और सस्ता तेल मिलने से देश की अर्थव्यवस्था और आम लोगों को सीधा फायदा होगा।

अमेरिका की बढ़ती नाराजगी

भारत और रूस की इस नजदीकी से अमेरिका खुश नहीं है। अमेरिका ने भारत पर 50% तक का tariff पहले ही लगा रखा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर आरोप लगाया है कि वह रूस से सस्ता तेल खरीदकर पुतिन की मदद कर रहा है, जबकि दुनिया चाहती है कि रूस यूक्रेन में युद्ध बंद करे। वहीं अमेरिकी Treasury Secretary स्कॉट बेसेन्ट ने भारत पर “profiteering” यानी मुनाफाखोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने रूस से सस्ता तेल खरीदकर अरबों डॉलर का मुनाफा कमाया है।

S-400 मिसाइल सिस्टम पर बढ़ी डील की संभावना

भारत और रूस के बीच S-400 Missile Defense System को लेकर हुई बातचीत भी बेहद अहम है। 2018 में भारत ने 5.5 अरब डॉलर में पांच S-400 यूनिट्स खरीदने का करार किया था, जिनमें से तीन यूनिट्स भारत को मिल चुके हैं और बाकी दो यूनिट्स 2026 और 2027 में मिलेंगे। अब रूस के Federal Service for Military-Technical Cooperation के प्रमुख दिमित्री शुगायेव ने संकेत दिया है कि भारत को और S-400 सिस्टम देने पर भी चर्चा चल रही है, जिससे भारत की हवाई सुरक्षा और मजबूत हो सकती है।

क्यों अहम है S-400 सिस्टम

S-400 दुनिया के सबसे आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम्स में गिना जाता है। यह एक साथ कई टारगेट को ट्रैक कर सकता है और लंबी दूरी तक दुश्मन के लड़ाकू विमानों और मिसाइलों को मार गिरा सकता है। भारत ने मई में Operation Sindoor के दौरान इसका इस्तेमाल किया था, जब पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 से 2024 के बीच भारत के कुल हथियार आयात में रूस का योगदान 36% है, जो यह दिखाता है कि भारत की सुरक्षा व्यवस्था में रूस की भूमिका कितनी अहम है।

SCO समिट में मोदी-पुतिन की मुलाकात

SCO समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात ने दोनों देशों के रिश्तों को और गहराई दी है। मोदी ने भारत-रूस के पुराने और भरोसेमंद रिश्तों की तारीफ की, तो पुतिन ने उन्हें “प्यारा दोस्त” कहकर संबोधित किया। इस मुलाकात में आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति बनी और यह साफ हो गया कि दोनों देश आने वाले समय में अपने रिश्तों को नए स्तर तक ले जाना चाहते हैं।

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