चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा है कि सभी चुनाव संसद द्वारा बनाए गए नियमों के तहत निष्पक्षता से कराए जाते हैं। चर्चा के लिए उन्हें आमंत्रित भी किया गया है।
EC Letter to Rahul Gandhi: चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को सीधे बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। यह कदम राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर लगाए गए आरोपों के बाद उठाया गया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि सभी चुनाव संसद द्वारा बनाए गए कानूनों और तय नियमों के अनुसार कराए जाते हैं और इनकी प्रक्रिया पारदर्शी होती है।
आयोग ने भेजा पत्र और मेल
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को पत्र और ईमेल के माध्यम से बातचीत का न्योता भेजा है। पत्र में कहा गया है कि राहुल गांधी अपनी सुविधा के अनुसार चर्चा के लिए तारीख और समय तय करें। आयोग ने यह पत्र 12 जून को राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर भिजवाया और ईमेल के माध्यम से भी इसकी पुष्टि की।
चुनाव आयोग का जवाब- आरोप निराधार
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को सूचित किया है कि उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का जवाब आयोग पहले ही 24 दिसंबर 2024 को विस्तार से लिखित रूप में दे चुका है। इसके अनुसार, महाराष्ट्र चुनाव में कोई भी अनियमितता नहीं हुई थी। आयोग ने चुनावों की प्रक्रिया में शामिल एजेंसियों, पर्यवेक्षकों और पार्टी एजेंटों का भी विवरण साझा किया है।
महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस के भी 28 हजार एजेंट थे शामिल
आयोग ने बताया कि जिन चुनावों को राहुल गांधी संदिग्ध बता रहे हैं, उनमें एक लाख से अधिक बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) और राजनीतिक दलों से जुड़े 1.08 लाख बूथ एजेंट शामिल थे। इनमें से 28 हजार से अधिक एजेंट कांग्रेस पार्टी के थे। इसके अतिरिक्त चुनाव प्रक्रिया की निगरानी के लिए 288 मतदाता पंजीयन अधिकारी, 139 सामान्य पर्यवेक्षक, 41 पुलिस पर्यवेक्षक और 71 आय-व्यय पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए थे।
कांग्रेस को भी दी जाएगी प्राथमिकता
चुनाव आयोग हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), आम आदमी पार्टी (AAP), सीपीआई (एम) और एनपीपी के साथ बैठकें कर चुका है। इन बैठकों में जेपी नड्डा, मायावती, अरविंद केजरीवाल, कॉनराड संगमा सहित सभी दलों के शीर्ष नेताओं ने भाग लिया। अब आयोग कांग्रेस के साथ भी संवाद की प्रक्रिया शुरू करना चाहता है और इसके लिए राहुल गांधी को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि उनकी चुनाव संबंधी सभी शंकाएं दूर की जा सकें।
आयोग ने चुनाव प्रणाली की विकेन्द्रीकृत प्रक्रिया पर डाला प्रकाश
अपने पत्र में आयोग ने कहा है कि भारतीय चुनाव प्रणाली पूरी तरह से विकेन्द्रीकृत (decentralized) है और हर स्तर पर निगरानी का पुख्ता इंतजाम होता है। सभी राजनीतिक दलों के एजेंट और स्वतंत्र पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करते हैं जिससे निष्पक्षता बनी रहती है।