राजस्थान में मानसून की भारी बारिश से हालात गंभीर हो गए हैं। मंगलवार को मौसम विभाग ने 32 जिलों में अलर्ट जारी किया है, जिनमें 7 जिलों में अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है। कई स्थानों पर हादसे और जनहानि भी हुई है।
जयपुर: राजस्थान में मानसून की बारिश इस बार कहर बनकर बरस रही है। मंगलवार (2 सितंबर) को मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश के 32 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया। इनमें से सात जिलों में अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है, जबकि 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में निचले इलाकों में पानी भर गया है और बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की सक्रियता अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी। ऐसे में प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है और राहत कार्यों को तेज कर दिया गया है।
14 जिलों में भारी बारिश से येलो अलर्ट जारी
मौसम केंद्र जयपुर की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, अलवर, बारां, भरतपुर, दौसा, डीग, धौलपुर और खैरथल तिजारा जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
इनके अलावा 14 जिलों—बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, प्रतापगढ़, कोटपूतली-बहरोड़, कोटा, सवाई माधोपुर, सीकर और टोंक—में भारी बारिश की संभावना है। वहीं अजमेर, डूंगरपुर, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, चूरू, नागौर और पाली जैसे जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बीकानेर में मकान ढहने से महिला की मौत
भारी बारिश के चलते राज्य के कई हिस्सों में हादसे भी हो रहे हैं। बीकानेर में कच्चा मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई और दूसरी महिला घायल हो गई। जोधपुर में भी मकान गिरने से कुछ लोग घायल हुए।
सिरोही जिले में सोमवार को गंगा वेरी के पास मढ़ी रपट पर तेज बहाव में तहसीलदार की गाड़ी बह गई। हालांकि थोड़ी दूर जाकर गाड़ी रुक गई और सभी लोग सुरक्षित बच गए। इसी तरह सीकर जिले के पाटन क्षेत्र में एक बुजुर्ग बाइक समेत नाले में बह गया, लेकिन ग्रामीणों ने उसे समय रहते बाहर निकाल लिया। बीकानेर में भी स्कूटी सवार महिला और बाइक सवार युवक पानी के बहाव में बहने लगे, लेकिन महिला ने दीवार पकड़कर अपनी जान बचाई।
भीलवाड़ा के बागोर में 98 मिमी बारिश
सोमवार (1 सितंबर) को भीलवाड़ा जिले के बागोर में सर्वाधिक 98 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, कोटड़ी में 70 मिमी और नागौर जिले के नावां में 60 मिमी पानी बरसा।
हनुमानगढ़ के नोहर में 52 मिमी, भीलवाड़ा के मांडल में 51 मिमी और नागौर के परबतसर में 44 मिमी बारिश हुई। अजमेर के रूपनगढ़ और अराई, अलवर के थानागाजी, धौलपुर के राजाखेड़ा, टोंक के दूनी और झुंझुनूं के गुढ़ागौड़जी समेत कई इलाकों में 25 से 45 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इन इलाकों में जलभराव और निचले क्षेत्रों में पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित जगह जाने की अपील
मौसम विभाग का अनुमान है कि 5 से 7 सितंबर के बीच दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में अति भारी बारिश हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार हो रही बारिश से नदियों और नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे अगले हफ्ते तक बाढ़ जैसी स्थिति और गंभीर हो सकती है।
प्रशासन ने सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। वहीं, ग्रामीण और शहरी इलाकों के लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।