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राज्यसभा में हंगामा, विपक्ष ने SIR पर जताई आपत्ति, सदन स्थगित

राज्यसभा में हंगामा, विपक्ष ने SIR पर जताई आपत्ति, सदन स्थगित

राज्यसभा में SIR प्रक्रिया को लेकर विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। प्रश्नकाल और शून्यकाल स्थगित हुए। सोनिया गांधी, खरगे समेत नेताओं ने संसद परिसर में विरोध दर्ज कराया।

Rajyasbha Protest: राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार को भी विपक्ष के हंगामे के चलते प्रभावित हुई। संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के सांसदों ने बिहार में चल रहे 'विशेष गहन पुनरीक्षण' (Special Intensive Revision - SIR) के विरोध में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत विपक्षी दलों के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

SIR के खिलाफ INDIA गठबंधन का प्रदर्शन

SIR प्रक्रिया को लेकर विपक्ष ने गंभीर आपत्ति जताई है। उनका आरोप है कि बिहार में मतदाता सूची के इस विशेष पुनरीक्षण का उद्देश्य कुछ वर्गों को जानबूझकर सूची से बाहर करना है। इसी मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में विरोध दर्ज कराया।

संसद भवन परिसर में विपक्ष का जमावड़ा

संसद परिसर के 'मकर द्वार' के पास हुए इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल समेत कई विपक्षी दलों के सांसद शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान सांसदों ने 'डिस्कशन, नॉट डिलीशन' (चर्चा करो, नाम नहीं हटाओ) जैसे नारों वाले बैनर थाम रखे थे। इसके अलावा "मोदी सरकार शर्म करो" और "SIR वापस लो" जैसे नारे भी लगाए गए।

राज्यसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल स्थगित

राज्यसभा की बैठक शुरू होते ही उपसभापति हरिवंश ने सदन के पटल पर आवश्यक दस्तावेज रखवाए। उन्होंने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत विपक्षी सांसदों से 25 नोटिस प्राप्त हुए हैं, जिनमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग की गई थी। लेकिन उपसभापति ने स्पष्ट किया कि ये नोटिस पूर्व निर्धारित नियमों के अनुसार उचित नहीं पाए गए, इसलिए उन्हें खारिज कर दिया गया।

नोटिस खारिज होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण बैठक शुरू होने के मात्र दस मिनट बाद ही सदन को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया गया। लगातार दूसरे दिन भी प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका, जिससे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा बाधित रही।

राजनीतिक रणनीति पर विपक्ष की बैठक

विरोध प्रदर्शन से पहले विपक्षी दलों की एक बैठक संसद भवन परिसर में हुई। इस बैठक में मानसून सत्र के आगे की रणनीति पर विचार किया गया और तय किया गया कि SIR जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा जाएगा। विपक्ष का मानना है कि इस तरह की प्रक्रियाएं लोकतंत्र की नींव को कमजोर करती हैं और इन पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए।

सरकार पर लगाया पक्षपात का आरोप

विपक्ष का आरोप है कि सरकार जानबूझकर चर्चा से बच रही है और महत्वपूर्ण नोटिसों को खारिज कर लोकतांत्रिक परंपराओं की अनदेखी कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सरकार संवेदनशील मुद्दों से भाग रही है और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।

क्या है SIR प्रक्रिया

विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) मतदाता सूची को अपडेट करने की एक प्रक्रिया है, जिसमें मृतक, स्थानांतरित या अपात्र मतदाताओं के नाम हटाए जाते हैं और नए योग्य मतदाताओं को जोड़ा जाता है। लेकिन विपक्ष का आरोप है कि इस प्रक्रिया का दुरुपयोग कर कुछ समुदायों को टारगेट किया जा रहा है।

 

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