जुलाई-सितंबर तिमाही में मुंबई और पुणे में घरों की बिक्री में तेज गिरावट आई है। एमएमआर के ठाणे में बिक्री 28% घटकर 14,877 इकाई रह गई, जबकि कुल बिक्री 49,542 इकाई तक सीमित रही। कीमतों में वृद्धि और मांग में कमी मुख्य कारण हैं। त्योहारों में मांग बढ़ने की संभावना बनी हुई है।
Home sales: प्रॉपइक्विटी की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही में मुंबई और पुणे में घरों की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) और पुणे में कुल बिक्री 49,542 इकाई रह गई, जो पिछले साल की समान तिमाही से 17% कम है। ठाणे में 28% की सबसे अधिक गिरावट हुई। रियल एस्टेट विशेषज्ञों का कहना है कि कीमतों में तेजी और कम मांग के कारण यह हुआ, लेकिन त्योहारों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।
ठाणे में सबसे अधिक गिरावट
रियल एस्टेट डाटा एनालिटिक्स कंपनी के अनुसार, एमएमआर के ठाणे में घरों की बिक्री में सबसे अधिक 28 प्रतिशत की गिरावट आई। इस तिमाही में ठाणे में केवल 14,877 इकाइयों की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 20,620 इकाइयां बिक चुकी थीं। यह आंकड़ा ठाणे में आवासीय बाजार की धीमी गति को दर्शाता है।
मुंबई और नवी मुंबई की स्थिति
मुंबई शहर में बिक्री में आठ प्रतिशत की गिरावट हुई और बिक्री घटकर 9,691 इकाई रह गई। वहीं, नवी मुंबई में बिक्री छह प्रतिशत घटकर 7,212 इकाई पर आ गई। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि मुंबई महानगरीय क्षेत्र में घरों की बिक्री में लगातार कमी देखने को मिल रही है।
पुणे में भी गिरावट
पुणे में भी आवासीय बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। इस तिमाही में पुणे में कुल 17,762 इकाई घर बिके, जो पिछले साल की समान तिमाही में 21,066 इकाई थे। यह 16 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है। रियल एस्टेट संगठन क्रेडाई-एमसीएचआई ने कहा कि यह गिरावट चिंता का विषय नहीं है और त्योहारों में मांग बढ़ने की संभावना है।
क्रेडाई-एमसीएचआई के अध्यक्ष सुखराज नाहर ने बताया कि सितंबर तिमाही में बाजार के पुनर्संतुलन का दौर देखा गया। उन्होंने कहा कि एमएमआर और पुणे में आवास की मांग अभी भी मजबूत बनी हुई है। मेट्रो कॉरिडोर, कोस्टल रोड और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं लंबे समय तक बाजार को सहारा देंगी।
मांग और नई परियोजनाओं का असर
सुखराज नाहर ने यह भी कहा कि कई उप-बाजारों में बिक्री अभी भी नई परियोजनाओं से अधिक है। यह बाजार में स्वस्थ समायोजन को दर्शाता है। इसके साथ ही, कीमतों में तेज वृद्धि और मांग में कमी ने इस गिरावट को और बढ़ाया है।
प्रॉपइक्विटी के मुताबिक, देश के शीर्ष नौ शहरों में आवासीय बिक्री जुलाई-सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर चार प्रतिशत घटकर 1,00,370 इकाई रह गई। तिमाही आधार पर यह बिक्री एक प्रतिशत कम रही। इस गिरावट से स्पष्ट होता है कि रियल एस्टेट सेक्टर में अभी बाजार की गति धीमी है, लेकिन लंबी अवधि में मांग मजबूत बनी रहेगी।