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SAIL के शेयर पर ब्रोकरेज की कड़ी नजर, जानिए क्यों मिल रही है HOLD की सलाह

SAIL के शेयर पर ब्रोकरेज की कड़ी नजर, जानिए क्यों मिल रही है HOLD की सलाह

देश की जानी-मानी स्टील कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड यानी SAIL ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। पहली नजर में आंकड़े ठीक-ठाक लग सकते हैं, लेकिन असली कहानी मुनाफे के स्तर पर जाकर सामने आती है। तिमाही दर तिमाही प्रदर्शन देखें तो SAIL को मुनाफे में तगड़ा झटका लगा है। कमाई उम्मीद से काफी कम रही है, जिससे शेयर बाजार में इस स्टॉक को लेकर चिंता बढ़ गई है।

EBITDA अनुमान से नीचे, घाटे ने बढ़ाई चिंता

SAIL का इस तिमाही में EBITDA करीब 27,600 करोड़ रुपये रहा, जो बाजार की उम्मीदों से 16 फीसदी कम बताया गया है। जानकारों का मानना है कि इन्वेंट्री में भारी नुकसान इसकी बड़ी वजह है। कंपनी को कीमतों में गिरावट से करीब 9,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। भले ही स्टील की बेहतर बिक्री और रेलवे ऑर्डर से कंपनी को कुछ राहत मिली हो, लेकिन वो लाभ स्थायी नहीं माने जा रहे। ये फायदे एक बार के थे और अगली तिमाहियों में दोहराए जाने की उम्मीद कम है।

उत्पादन में हल्की बढ़त, लेकिन बिक्री में सुस्ती

SAIL ने इस तिमाही में 4.55 मिलियन टन स्टील बेचा, जिसमें NMDC के लिए किया गया उत्पादन भी शामिल है। सालाना आधार पर यह आंकड़ा कुछ बेहतर दिखा, लेकिन पिछली तिमाही की तुलना में गिरावट नजर आई। यानी डिमांड में वो स्थिरता अब तक नहीं आई है, जो एक मजबूत रिकवरी के लिए जरूरी मानी जाती है। कंपनी के प्रोडक्शन यूनिट्स ने क्षमता के हिसाब से काम किया, लेकिन मार्केट से सपोर्ट ना मिलने से बिक्री में तेजी नहीं आ पाई।

ब्रोकरेज हाउसों की नजर में SAIL

SAIL के कमजोर नतीजों के बाद कई ब्रोकरेज हाउसों ने इसके शेयर पर अपनी राय सामने रखी है। इन सभी की राय में एक बात समान है कि अभी इसमें जबरदस्त तेजी की उम्मीद नहीं की जा सकती। ज़्यादातर ने HOLD की रेटिंग बरकरार रखी है, जिसका सीधा मतलब है कि निवेशक फिलहाल इसे न बेचें और न ही खरीदें।

ICICI Securities की राय

ICICI Securities ने SAIL के ताजा नतीजों को कमजोर माना है। उन्होंने स्टॉक का टारगेट प्राइस घटाकर 120 रुपये कर दिया है, जबकि अभी यह 126 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है। उनका मानना है कि स्टील सेक्टर में दबाव बना हुआ है और कंपनी की कमाई में गिरावट इस बात का संकेत है कि हालात जल्दी सुधरने वाले नहीं हैं।

Nuvama Institutional Equities ने घटाया टारगेट

Nuvama ने पहले SAIL का टारगेट 154 रुपये रखा था, जिसे अब घटाकर 135 रुपये कर दिया गया है। उनके मुताबिक, स्टील की कीमतों में गिरावट और कंपनी की ओर से किया जा रहा बड़ा पूंजी निवेश मुनाफे को प्रभावित कर रहा है। यानी निकट भविष्य में निवेशकों को बहुत बड़ी ग्रोथ की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।

Antique Stock Broking की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट

Antique ने भी कंपनी के भविष्य को लेकर सतर्कता बरती है। उन्होंने स्टॉक के लिए टारगेट प्राइस 129 रुपये रखा है और HOLD की सलाह दी है। उनका कहना है कि आने वाले समय में SAIL को कई चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है, जिनमें स्टील की कीमतों में लगातार गिरावट, बढ़ता कैपेक्स और कमजोर मांग प्रमुख हैं।

स्टील सेक्टर में दबाव की वजह से नहीं मिल पा रहा सहारा

SAIL को सिर्फ कंपनी स्तर पर ही नहीं, बल्कि पूरे सेक्टर में फैले दबाव का भी असर झेलना पड़ रहा है। घरेलू और वैश्विक बाजारों में स्टील की मांग में स्थिरता नहीं है। चीन से बढ़ती सप्लाई और वहां के घरेलू बाजार में गिरती मांग ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर दबाव डाला है। भारत में भी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में देरी और निजी क्षेत्र की सुस्ती से डिमांड में वो रफ्तार नहीं दिख रही है, जिसकी जरूरत थी।

रिटर्न की बजाय पूंजी बचाने पर फोकस

बाजार के जानकार मानते हैं कि SAIL का मौजूदा प्रदर्शन निवेशकों के लिए सतर्क रहने का संकेत है। फिलहाल कंपनी पूंजी निवेश में जुटी है, लेकिन उसके बदले में मुनाफा आता नजर नहीं आ रहा। यही वजह है कि सभी प्रमुख ब्रोकरेज हाउस इस स्टॉक पर रिटर्न की बजाय पूंजी बचाने की रणनीति अपनाने की बात कर रहे हैं।

SAIL के आगे की राह मुश्किल दिख रही है

ताजा तिमाही नतीजे और बाजार की प्रतिक्रिया यह साफ कर रही है कि SAIL को आने वाले समय में तेज उछाल मिलना आसान नहीं है। कंपनी को अपने बिजनेस मॉडल, लागत नियंत्रण और मांग बढ़ाने के उपायों पर ध्यान देना होगा। जब तक वैश्विक स्तर पर स्टील की कीमतें और मांग स्थिर नहीं होती, तब तक SAIL की रफ्तार थमी ही नजर आएगी।

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