SEBI ने निवेशकों को फर्जी संदेशों और नोटिस से सतर्क रहने की चेतावनी दी है। धोखेबाज SEBI का नाम, लोगो और नकली ईमेल आईडी का इस्तेमाल कर पैसे और व्यक्तिगत जानकारी मांग रहे हैं। SEBI के वास्तविक ईमेल केवल '@sebi.gov.in' से आते हैं और सभी आधिकारिक जानकारी उसकी वेबसाइट पर उपलब्ध है।
SEBI Warning: सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने निवेशकों को चेतावनी दी है कि हाल ही में सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर उसके नाम का गलत इस्तेमाल करते हुए फर्जी नोटिस और संदेश फैलाए जा रहे हैं। इन संदेशों में निवेशकों से पैसे, पेनल्टी और व्यक्तिगत जानकारी मांगी जा रही है। SEBI ने कहा कि उसके वास्तविक ईमेल केवल '@sebi.gov.in' से आते हैं और सभी आधिकारिक जानकारी उसकी वेबसाइट पर उपलब्ध है। जून में भी SEBI ने निवेशकों को इसी तरह की चेतावनी दी थी।
फर्जी संदेशों की पहचान कैसे करें
SEBI ने स्पष्ट किया है कि उसका असली ईमेल पता केवल '@sebi.gov.in' से समाप्त होता है। इसके अलावा SEBI से जुड़ी हर कार्रवाई और नोटिस की जानकारी उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। अगर किसी निवेशक को SEBI से जुड़ा कोई जुर्माना या भुगतान करना है तो वह सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए लिंक के माध्यम से ही कर सकता है।
नियामक संस्था ने निवेशकों से कहा कि वे किसी भी संदिग्ध ईमेल, नोटिस या संदेश पर तुरंत भरोसा न करें। किसी भी गैर-आधिकारिक ईमेल या वेबसाइट पर व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल या पैसे न भेजें। निवेशकों को हमेशा जांच करनी चाहिए कि संदेश SEBI के आधिकारिक ईमेल या वेबसाइट से आया है या नहीं।
जून में भी जारी की गई थी चेतावनी

SEBI ने बताया कि उसने पहले भी जून 2025 में निवेशकों को इसी तरह की चेतावनी जारी की थी। हालांकि, धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि SEBI ने दोबारा जनता को सतर्क रहने की अपील की है। नियामक संस्था ने कहा कि किसी भी फर्जी नोटिस या संदेश में आकर पैसे देने से निवेशक अपनी कमाई खो सकते हैं।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
- SEBI द्वारा भेजे गए वास्तविक ईमेल केवल '@sebi.gov.in' से समाप्त होते हैं।
- SEBI के सभी कार्यालयों के पते और संपर्क विवरण उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद हैं।
- किसी भी नोटिस में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी वैधता जांचें।
- व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल या किसी तरह का भुगतान केवल आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक से ही करें।
- फर्जी ईमेल, नोटिस या संदेश को तुरंत SEBI के आधिकारिक चैनल पर रिपोर्ट करें।
डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते मामले
SEBI ने हालिया रिपोर्ट में कहा है कि फर्जी नोटिस और संदेश भेजने वाले लोग डिजिटल माध्यम का फायदा उठा रहे हैं। इन संदेशों में निवेशकों को डराने या भ्रमित करने की कोशिश की जाती है। कई बार निवेशकों से दावा किया जाता है कि उनके खाते में कोई अनियमितता पाई गई है या जुर्माना तय किया गया है। इस तरह के झूठे दावों में आकर निवेशक अपना पैसा गंवा बैठते हैं।













