श्री बुड्ढा अमरनाथ यात्रा 2025 का शुभारंभ 27 जुलाई को जम्मू से हुआ। पहला जत्था 28 जुलाई को पुंछ रवाना होगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अभिनव थिएटर में यात्रा का उद्घाटन किया।
Budha Amarnath Yatra 2025: जम्मू-कश्मीर में आस्था और परंपरा का प्रतीक मानी जाने वाली श्री बुड्ढा अमरनाथ यात्रा 2025 का शुभारंभ आज 27 जुलाई से हो गया है। इस पवित्र यात्रा का उद्घाटन जम्मू स्थित अभिनव थिएटर में शाम 6 बजे एक विशेष समारोह के साथ किया गया, जिसमें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस वार्षिक यात्रा का आयोजन शक्ति आश्रम, पुरानी रिहाड़ी, जम्मू द्वारा बाबा अमरनाथ एवं बुड्ढा अमरनाथ यात्री न्यास के तत्वावधान में किया गया है।
28 जुलाई को रवाना होगा पहला जत्था
यात्रा का पहला जत्था 28 जुलाई की सुबह पांच बजे जम्मू से रवाना होगा, जो पुंछ जिले के लोरन मंडी स्थित बाबा बुड्ढा अमरनाथ मंदिर तक पहुंचेगा। यह यात्रा 7 अगस्त तक चलेगी और देशभर से श्रद्धालु इसमें भाग लेंगे।
उद्घाटन समारोह में शामिल हुए प्रमुख अतिथि
इस यात्रा के शुभारंभ समारोह में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्व हिंदू परिषद, जम्मू-कश्मीर लद्दाख प्रांत के अध्यक्ष राजेश गुप्ता और बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दोनेरिया की उपस्थिति रही। इस धार्मिक अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वर दास ने आशीर्वचन दिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पवन कुमार कोहली और कर्ण सिंह चाडक ने की, जबकि सुदर्शन खजूरिया इस आयोजन की समस्त व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। आयोजनकर्ताओं ने श्रद्धालुओं को परिवार सहित इस यात्रा में शामिल होने का आमंत्रण दिया है।
आधार शिविर और सुरक्षा प्रबंध
बुड्ढा अमरनाथ यात्रा का आधार शिविर भगवती नगर स्थित अमरनाथ यात्री निवास को बनाया गया है। प्रशासन की ओर से सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए पूरे यात्रा मार्ग पर आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
यात्रा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
यह यात्रा न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इसका सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी गहरा है। 2005 में बजरंग दल ने इस यात्रा की शुरुआत की थी। उस समय राजौरी, मेंढर और पुंछ जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंकवाद के कारण अल्पसंख्यक हिंदू समाज का पलायन हो रहा था। ऐसे में इस यात्रा को शुरू कर उनके मनोबल को बढ़ाने का प्रयास किया गया, जो अब एक भव्य धार्मिक आयोजन का रूप ले चुका है।
बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा में हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस बार भी देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु जम्मू पहुंच रहे हैं। सामाजिक संगठनों और स्थानीय प्रशासन द्वारा मिलकर यात्रियों की सुविधा के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा और रहने की पूरी व्यवस्था की गई है।