बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी छोड़कर सभी को चौंका दिया है। यह फैसला उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में
मिली शर्मनाक हार के बाद लिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: बांग्लादेश क्रिकेट के लिए यह हफ्ता किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। एक तरफ उन्हें श्रीलंका के हाथों करारी हार झेलनी पड़ी, वहीं दूसरी ओर उनके टेस्ट कप्तान नजमुल हसन शांतो ने अपने पद से इस्तीफा देकर फैंस को हैरान कर दिया। शांतो का यह फैसला बांग्लादेश क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
दरअसल, कोलंबो में खेले गए दूसरे टेस्ट में श्रीलंका ने बांग्लादेश को पारी और 78 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ श्रीलंका ने दो मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम कर ली। गाले टेस्ट ड्रॉ होने के बाद बांग्लादेश को उम्मीद थी कि वे सीरीज बराबरी पर खत्म करेंगे, लेकिन दूसरी टेस्ट में उनकी पूरी रणनीति बिखर गई।
पहले टेस्ट में रचा था इतिहास
खास बात यह रही कि बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने गाले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाकर इतिहास रच दिया। शांतो ने पहली पारी में 148 और दूसरी पारी में नाबाद 125 रन बनाए थे। वे बांग्लादेश के पहले टेस्ट कप्तान बने जिन्होंने एक ही मैच की दोनों पारियों में शतक जमाया। इससे पहले वे एक टेस्ट में दो शतक लगा चुके थे, लेकिन तब कप्तान नहीं थे।
हालांकि, कोलंबो टेस्ट में उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही और शांतो खुद भी लय में नहीं दिखे। पहली पारी में वे सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हुए और दूसरी पारी में 19 रन ही जोड़ सके। श्रीलंका के स्पिन गेंदबाज प्रभात जयसूर्या ने उनकी टीम पर कहर बरपाया और 56 रन देकर पांच विकेट चटकाए।
बांग्लादेश ने पहली पारी में 247 रन बनाए, जिसके जवाब में श्रीलंका ने पथुम निसांका के शतक और चांदीमल व कुसल मेंडिस के अर्धशतकों की मदद से 458 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। बांग्लादेश के लिए तैजुल इस्लाम ने शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट लिए, लेकिन दूसरी पारी में पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
कप्तानी छोड़ने का फैसला
इस शर्मनाक हार के बाद शांतो ने कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि टीम की जिम्मेदारी किसी और को दी जानी चाहिए, ताकि वह बांग्लादेश टेस्ट क्रिकेट को बेहतर दिशा में ले जा सके। शांतो ने अपने फैसले के बारे में बोर्ड को सूचित कर दिया है, हालांकि वे टीम का हिस्सा बने रहेंगे। शांतो के इस कदम से बांग्लादेश क्रिकेट में अचानक सस्पेंस पैदा हो गया है, क्योंकि पहले टेस्ट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। फैंस के लिए यह समझना मुश्किल है कि जो कप्तान सीरीज में दो शतक लगाकर रिकॉर्ड बना रहा था, वह अचानक इस्तीफा क्यों दे रहा है।
श्रीलंका का दबदबा बरकरार
वहीं दूसरी ओर श्रीलंका ने एक बार फिर साबित किया कि वह एशिया की सबसे मजबूत टेस्ट टीमों में से एक है। पथुम निसांका का शतक, कुसल मेंडिस और चांदीमल की शानदार पारियां, और प्रभात जयसूर्या की खतरनाक स्पिन ने बांग्लादेश को मैच में कोई वापसी का मौका नहीं दिया। बांग्लादेश की दूसरी पारी 133 रन पर सिमट गई, जिसमें सबसे ज्यादा रन मुश्फिकुर रहीम (26) ने बनाए। बाकी बल्लेबाज श्रीलंका के स्पिन अटैक के सामने बेबस नजर आए।