उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने आगरा में सरकारी नौकरियों का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से ठगी करने वाले पांच सदस्यों के गिरोह को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज, मूल प्रमाण पत्र, मोबाइल और वाहन बरामद किए गए। यह गिरोह SSC, COD और आर्मी वर्कशॉप में भर्ती दिलाने का झांसा देता था।
आगरा: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने आगरा में सरकारी नौकरी में भर्ती का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। एसटीएफ ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज, फर्जी कागजात, वाहन और मोबाइल बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपियों में धर्मवीर उर्फ धर्मा गुर्जर, देवेन्द्र सिंह, अनूप, हरेश पाठक और पारस चाहर शामिल हैं।
एसटीएफ के अनुसार, यह गिरोह सीओडी (सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो), एसएससी और आर्मी वर्कशॉप में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं से मोटी रकम वसूलता था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने कभी फर्जी कागजात तैयार कराए, तो कभी परीक्षाओं में सॉल्वर की मदद से युवाओं को पास कराया।
STF ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
एसटीएफ ने न्यू आगरा थाना क्षेत्र में देर रात 3-4 सितंबर को यह कार्रवाई की। टीम को जानकारी मिली थी कि गिरोह अबूलाला दरगाह के पास सक्रिय है। सूचना पर ऑपरेशन चलाते हुए पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से 6 आधार कार्ड, 4 पैन कार्ड, 5 हाईस्कूल और 1 इंटर की मूल अंकतालिका, 4 फर्जी फोटोयुक्त एडमिट कार्ड, 5 जाति प्रमाण पत्र, 4 निवास प्रमाण पत्र, आईटीआई प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज बरामद हुए। इसके अलावा, 6 मोबाइल फोन, 1 कार और 2 मोटरसाइकिल भी पुलिस ने जब्त किए।
धर्मवीर पर पहले भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज
पूछताछ में मुख्य आरोपी धर्मवीर ने बताया कि गिरोह बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देता था और पैसे लेने के बाद मूल दस्तावेज वापस नहीं करता था। अनूप, हरेश और पारस ग्रामीण क्षेत्रों से युवाओं को झांसे में लाते थे, जबकि प्रेमचंद्र वर्मा सॉल्वर के जरिए परीक्षा में मदद करता था।
एसटीएफ ने बताया कि देवेन्द्र फर्जी दस्तावेजों के आधार पर असम राइफल्स में भर्ती हो गया था, लेकिन जांच में खुलासा होने पर नौकरी छोड़कर फरार हो गया। धर्मवीर के खिलाफ पहले भी थाना फतेहाबाद में धोखाधड़ी व जालसाजी के मामले दर्ज हैं।
अरोपियों के खिलाफ न्यूआगरा थाने में FIR दर्ज
गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ न्यूआगरा थाना में धारा 318(4), 112, 341(1) बीएनएस के तहत FIR दर्ज की गई है। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि और कितने युवाओं को इस गिरोह ने ठगा।
एसटीएफ और स्थानीय पुलिस मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भविष्य में इस तरह की ठगी की घटनाओं को रोका जा सके। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि सरकारी नौकरी का लालच देकर कोई भी राशि जमा न करें और संदिग्ध मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।