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टाटा, गूगल या इंफोसिस? जानिए कौन बना भारत का सबसे बड़ा एम्प्लॉयर ब्रांड

टाटा, गूगल या इंफोसिस? जानिए कौन बना भारत का सबसे बड़ा एम्प्लॉयर ब्रांड

रैंडस्टैड एम्प्लॉयर ब्रांड रिसर्च (Randstad Employer Brand Research – REBR) 2025 की रिपोर्ट में एक बार फिर साबित हो गया है कि भारत के युवाओं को अब सिर्फ अच्छी सैलरी ही नहीं, बल्कि करियर ग्रोथ, वर्क-लाइफ बैलेंस और कंपनी की पहचान जैसे पहलुओं की भी परवाह है। इस साल की टॉप-10 सबसे आकर्षक कंपनियों की सूची में टाटा ग्रुप, गूगल इंडिया और इंफोसिस जैसे बड़े नाम शामिल हुए हैं। इन कंपनियों को देश के सबसे पसंदीदा एम्प्लॉयर ब्रांड के रूप में पहचाना गया है।

टाटा ग्रुप फिर बना नंबर वन ब्रांड

इस साल भी टाटा ग्रुप ने टॉप पोजिशन पर कब्जा बरकरार रखा है। कंपनी को फाइनेंशियल मजबूती, ब्रांड वैल्यू और करियर डेवलपमेंट के मौकों के लिए खासतौर पर सराहा गया है। टाटा ग्रुप की लंबे समय से एक मजबूत पहचान रही है, जो कर्मचारियों के साथ भरोसे और स्थायित्व के आधार पर जुड़ी हुई है। यही वजह है कि रैंडस्टैड की रिपोर्ट में टाटा को भारत का सबसे आकर्षक एम्प्लॉयर ब्रांड बताया गया।

गूगल इंडिया ने मारी छलांग, पहुंचा दूसरे नंबर पर

गूगल इंडिया इस बार की लिस्ट में ऊपर चढ़कर सीधे दूसरे पायदान पर पहुंच गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने वर्क कल्चर, इनोवेशन और कर्मचारियों को टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ने के मौके देने में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। कंपनी का फोकस कर्मचारियों की स्किल्स को अपग्रेड करने और काम के लचीलेपन पर रहा है, जिससे गूगल नई पीढ़ी की खास पसंद बन गया है।

इंफोसिस को मिला तीसरा स्थान

देश की जानी-मानी आईटी कंपनी इंफोसिस को इस साल तीसरा स्थान मिला है। इंफोसिस को लगातार अपने कर्मचारियों के लिए बेहतर वातावरण, ट्रेनिंग और लर्निंग के मौके उपलब्ध कराने के लिए जाना जाता है। कंपनी का कॉर्पोरेट कल्चर और तकनीकी माहौल युवा प्रोफेशनल्स को आकर्षित करता है।

ये कंपनियां भी हैं टॉप-10 की लिस्ट में शामिल

रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ टॉप-3 ही नहीं, बल्कि देश की कई अन्य बड़ी कंपनियां भी युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। लिस्ट में चौथे स्थान पर सैमसंग इंडिया, पांचवें पर जेपी मॉर्गन चेस, छठे पर IBM, सातवें पर विप्रो, आठवें पर रिलायंस इंडस्ट्रीज, नौवें पर डेल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और दसवें नंबर पर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) शामिल है।

SBI बना इकलौता पब्लिक सेक्टर ब्रांड

जहां इस लिस्ट में ज्यादातर प्राइवेट कंपनियां छाई रहीं, वहीं भारतीय स्टेट बैंक ने एकमात्र सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के रूप में जगह बनाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, युवाओं के बीच SBI की ब्रांड वैल्यू और स्थायित्व को लेकर मजबूत भरोसा है, जो उन्हें आकर्षित करता है।

जेनरेशन Z और मिलेनियल्स बना रहे बदलाव का माहौल

2025 की पहली छमाही में करीब 47 फीसदी लोगों ने जॉब बदलने का इरादा जताया। खास बात यह रही कि जेनरेशन Z के 51 फीसदी और मिलेनियल्स के 50 फीसदी प्रोफेशनल्स नए एम्प्लॉयर की तलाश में हैं। इनका फोकस बेहतर कल्चर, अपस्किलिंग के अवसर और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने वाली कंपनियों पर है।

रिपोर्ट कैसे हुई तैयार

रैंडस्टैड एम्प्लॉयर ब्रांड रिसर्च को 34 अलग-अलग देशों में किया गया, जिसमें कुल 1.70 लाख लोगों से उनकी राय ली गई। भारत में करीब 3,500 उत्तरदाताओं ने इस सर्वे में हिस्सा लिया। यह रिपोर्ट उन कारकों पर आधारित रही जिनकी युवाओं को नौकरी चुनते समय सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

कंपनियों के लिए क्या रहा प्रमुख आकर्षण

रिपोर्ट के अनुसार, युवाओं को अब जिस चीज की सबसे ज्यादा तलाश है, उसमें शामिल हैं:

  • वर्क-लाइफ बैलेंस
  • करियर ग्रोथ के मौके
  • समान व्यवहार और विविधता
  • टेक्नोलॉजी से जुड़ने का अवसर
  • ब्रांड की सामाजिक और आर्थिक पहचान

एम्प्लॉयर ब्रांड बनना क्यों जरूरी है

आज जब टैलेंट की मांग तेज है और जॉब मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ चुकी है, तब एक मजबूत एम्प्लॉयर ब्रांड किसी भी कंपनी के लिए सबसे बड़ा पूंजी बन गया है। कंपनियां अब न सिर्फ टैलेंट को आकर्षित करने में बल्कि उन्हें लंबे समय तक बनाए रखने के लिए भी अपनी ब्रांड इमेज पर लगातार काम कर रही हैं।

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