साउथ कलकत्ता गैंगरेप केस पर बयान को लेकर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा आमने‑सामने आ गए। महुआ की आलोचना के जवाब में कल्याण ने उनकी निजी ज़िंदगी को निशाना बनाया और महिला विरोधी करार दिया।
Kolkata: पश्चिम बंगाल के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज गैंगरेप मामले में बयानबाज़ी के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) के दो नेता आमने‑सामने आ गए हैं। पहले सांसद कल्याण बनर्जी ने इस मामले पर बयान दिया, जिसके कारण पार्टी की आलोचना शुरू हो गई और TMC ने उनसे दूरी बनाई। इसके बाद सांसद महुआ मोइत्रा ने बिना नाम लिए कल्याण के बयान की निंदा की। जवाब में कल्याण बनर्जी ने महुआ की व्यक्तिगत ज़िंदगी पर हमला बोलते हुए उन्हें महिला-विरोधी बताया।
'महुआ हनीमून से लौटकर झगड़ने लगीं'
महुआ के एक्स‑पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कल्याण बनर्जी ने कहा कि महुआ मोइत्रा हनीमून से लौट आईं और मुझसे विमर्श करने लगीं। उन्होंने सवाल उठाया कि महुआ ने 40 साल की शादी तोड़कर 65 साल के व्यक्ति से शादी की, जिससे क्या उन्होंने महिलाओं को चोट नहीं पहुंचाई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महुआ अपने निर्वाचन क्षेत्र की सभी महिला नेताओं के खिलाफ रुख रखती हैं। उन्होंने बताया कि महुआ ने 2016 में TMC में शामिल होकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी और उन्होंने खुद को राहुल गांधी की मित्र बताकर राजनीतिक पहचान बनाई।
'पैसा और भविष्य बचाने की राजनीति'
कल्याण बनर्जी ने आगे कहा कि उन्हें कालीगंज उपचुनाव में प्रचार के लिए बुलाया गया। जब वे विधानसभा पहुँचे, तो स्थानीय नेताओं ने कहा कि महुआ ने उनका विरोध किया था। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पूछा तो बताया गया कि प्रचार पर प्रतिबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि महुआ एक ऐसी सांसद हैं जिन्हें नैतिकता उल्लंघन के कारण संसद से हटाया जाना चाहिए था। उन्होंने महुआ पर केवल अपना भविष्य सुरक्षित करने और पैसा कमाने का आरोप लगाया।
टीएमसी की ओर से प्रतिक्रिया
यह विवाद कलकत्ता लॉ कॉलेज गैंगरेप मामले में कल्याण बनर्जी के बयान से शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि अगर दोस्त अपने दोस्त के साथ रेप करता है तो क्या सुरक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए और महिलाएं इन विकृत पुरुषों के खिलाफ लड़ें। इस बयान पर टीएमसी ने कहा कि यह कल्याण बनर्जी की व्यक्तिगत राय है और पार्टी इसका समर्थन नहीं करती। पार्टी ने यह भी कहा कि उनका रुख स्पष्ट है, महिलाओं के खिलाफ किसी भी अपराध पर सफाई नहीं दी जाएगी और दोषियों को बचाया नहीं जाएगा।