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तेजस्वी यादव का वार: 'अगले 5 साल बिहार के लिए नीतीश‑एनडीए के पास कोई विज़न नहीं'

तेजस्वी यादव का वार: 'अगले 5 साल बिहार के लिए नीतीश‑एनडीए के पास कोई विज़न नहीं'

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में गुरुवार, 24 जुलाई को जबरदस्त सियासी गर्मी देखने को मिली। पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मौजूदा नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि एनडीए सरकार के पास बिहार के लिए कोई स्पष्ट विजन नहीं है।

पटना: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर तीखा वार किया। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए केवल महागठबंधन की घोषणाओं की नकल कर रही है, लेकिन इनके पास बिहार के लिए कोई यथार्थ विज़न नहीं है।

कॉपी कैट सरकार से तेजस्वी का आरोप

तेजस्वी ने सदन में औचक हमला बोलते हुए कहा: हमने सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने, मुफ्त बिजली देने, और जातिवार आरक्षण बढ़ाने की घोषणाएं की थीं; अब एनडीए वही घोषणा कर रही है। यह नकलची सरकार है। उन्होंने यह भी बताया कि आरक्षण को बढ़ाकर 65% करने की पहल महागठबंधन ने पहले की, लेकिन अब तक केंद्र सरकार की नौवीं अनुसूची में इसे शामिल नहीं कराया गया, जबकि जदयू समर्थित बीजेपी ने हालांकि इस मामले में कोर्ट में अड़ंगा लगा रखा है।

तेजस्वी ने साफ कहा कि एनडीए के पास बिहार के विकास हेतु अगले 5 सालों की कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक आदि जैसी गंभीर समस्याएँ भी सरकार की लापरवाही दर्शाती हैं। इस मुद्दे पर जब तेजस्वी ने दावा किया कि डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने खुद पेपर लीक की बात कही थी, तो सम्राट ने खड़े होकर उसे झूठा करार दिया। तेजस्वी ने कहा कि उनके पास इसका वीडियो प्रमाण है।

नीति आयोग की रिपोर्ट पर करारा प्रहार

तेजस्वी यादव ने नीति आयोग की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि हर क्षेत्र में बिहार ‘फिसड्डी’ साबित हुआ है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी मोतिहारी चीनी मिल को अब तक नहीं चला पाए, जबकि यह वर्षों से अटका हुआ प्रोजेक्ट है। तेजस्वी ने SIR (Special Intensive Revision)—मतदाता सूची की विशेष समीक्षा प्रक्रिया—पर हमला बोलते हुए कहा कि यह घोटाले जैसी प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि यह केवल चुनाव जीतने की तैयारी होगी, जबकि यह लोकतंत्र की मूलभूत प्रक्रिया से खिलवाड़ है।

SIR में धांधली और असंतोष

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया के तहत बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा नाम हटा दिए जा रहे हैं, जिससे कई माइग्रेंट वोटर प्रभावित होंगे। उन्होंने पूछा कि आधार, राशन, MNREGA कार्ड को स्वीकार क्यों नहीं किया जा रहा, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे मान्य किया है. उन्होंने चेताया कि यदि निर्वाचन रोल संशोधन इसी तरह जारी रहा, तो महागठबंधन चुनाव बहिष्कार करने पर मजबूर हो सकता है।

जदयू के विजय चौधरी ने तेजस्वी पर पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश भगवान का आशीर्वाद लेकर राज्य चला रहे हैं, और उन्हें "हाइजैक" कोई कर नहीं सकता। उधर बीजेपी के लालन सिंह ने तेजस्वी की बातों को निराधार आरोप करार दिया, जबकि मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया कि SIR पर असंतोष कार्य में कमी से बढ़ाया गया मुद्दा है।

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