डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में सात युद्ध खत्म किए और गाजा-इजरायल संघर्ष उनका आठवां शांति प्रयास है। व्हाइट हाउस में ट्रंप ने खुद को नोबेल पुरस्कार के योग्य बताया।
America: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने अपने नेतृत्व में दुनिया के कई बड़े युद्ध समाप्त कराए हैं। व्हाइट हाउस (White House) में हुई कैबिनेट बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सिर्फ सात महीनों में सात युद्ध खत्म किए और अब गाजा-इजरायल संघर्ष का युद्धविराम (Ceasefire) समझौता आठवां है। उन्होंने खुद को नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) का हकदार बताया। ट्रंप ने कहा, “हमने सात अंतहीन युद्धों को समाप्त किया है और अब हम आठवां युद्ध रोकने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि इसके लिए मुझे नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।”
व्हाइट हाउस की बैठक में ट्रंप का दावा
गुरुवार सुबह व्हाइट हाउस में हुई कैबिनेट बैठक में ट्रंप ने वैश्विक संघर्षों (Global Conflicts) पर चर्चा की और अपने प्रशासन की भूमिका को “शांतिदूत” के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका अब युद्ध नहीं, बल्कि शांति (Peace) के लिए काम कर रहा है। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते (Ceasefire Agreement) की मध्यस्थता की है और यह “आठवां युद्ध” है जिसे उन्होंने रुकवाया है।
ट्रंप ने कहा, “हमने सात युद्ध समाप्त किए। उनमें से कुछ 31 साल से चल रहे थे, एक तो 36 साल से। सात युद्ध खत्म हुए, और अब गाजा-इजरायल में युद्धविराम इसका आठवां अध्याय है।”
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप का बयान
ट्रंप ने बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) का भी जिक्र किया और कहा कि अगर वे राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध कभी नहीं होता। उन्होंने कहा, “रूस और यूक्रेन हर हफ्ते लगभग 7,000 लोगों को खो रहे हैं। यह बहुत दुखद है। वह युद्ध कभी नहीं होना चाहिए था। अगर मैं राष्ट्रपति होता तो ऐसा नहीं होता।”
ट्रंप की ‘सात युद्ध’ की सूची
ट्रंप ने बैठक में उन युद्धों और संघर्षों का जिक्र किया जिन्हें उन्होंने अपने कार्यकाल में खत्म करने का दावा किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने उनके नेतृत्व में कई क्षेत्रों में शांति समझौते (Peace Agreements) करवाए।
ट्रंप ने उदाहरण देते हुए कहा, “हमने कंबोडिया और थाईलैंड, सर्बिया, कांगो और रवांडा, भारत और पाकिस्तान, इजरायल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया, और आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच युद्धों को खत्म किया। हमने शांति को प्राथमिकता दी और दुनिया को स्थिरता (Stability) की ओर बढ़ाया।”
उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन युद्ध नहीं बल्कि समझौते करवाने पर केंद्रित था। “हम युद्ध रोकते हैं, हम शांति समझौते करते हैं। यही हमारा मिशन है,” ट्रंप ने कहा।
भारत-पाकिस्तान का जिक्र, ट्रंप ने बताया ‘व्यापार के ज़रिए शांति’
ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम कराने में अपनी भूमिका को भी दोहराया। उन्होंने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बारे में सोचिए। मैंने इसे कैसे रोका? व्यापार (Trade) के ज़रिए। दोनों देश व्यापार करना चाहते थे, और मैंने इस अवसर को शांति के लिए इस्तेमाल किया।”
ट्रंप ने आगे कहा, “मैं दोनों देशों के नेताओं का बहुत सम्मान करता हूं। हमने संवाद (Dialogue) के ज़रिए तनाव कम किया और युद्ध की संभावना टाली। यही असली कूटनीति (Diplomacy) है।”
गाजा-इजरायल संघर्ष पर फिर दावा
ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की थी कि इजरायल और हमास के बीच गाजा में युद्धविराम समझौते का “पहला चरण” जल्द लागू होगा। उन्होंने इसे “शांति का नया अध्याय” बताया था। व्हाइट हाउस की कैबिनेट बैठक में भी उन्होंने कहा कि यह युद्धविराम (Ceasefire) उनके शांति प्रयासों का एक और उदाहरण है।
ट्रंप ने कहा, “हम गाजा में युद्ध समाप्त कर रहे हैं। यह आठवां युद्धविराम है। दुनिया देख रही है कि अमेरिका शांति के लिए खड़ा है।” हालांकि, इसी घोषणा के कुछ घंटे बाद गाजा में इजरायली हमलों में 30 से अधिक लोगों की मौत हुई, जिससे ट्रंप की योजना पर सवाल उठे हैं।