वाराणसी में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता अजय राय को ढोल-नगाड़ों के साथ ‘सांसद’ घोषित कर जोरदार जश्न मनाया। यह कदम कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के फर्जी वोटिंग के आरोपों के बीच आया, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई और बीजेपी समर्थकों ने इसे हास्यास्पद बताते हुए चुटकी ली।
Uttar Pradesh: वाराणसी में बुधवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अचानक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के घर पहुंचकर ढोल-नगाड़ों और फूल मालाओं के साथ उनका स्वागत किया और उन्हें वाराणसी का सांसद घोषित कर दिया। यह अनोखा जश्न कांग्रेस व इंडिया गठबंधन द्वारा चुनाव में फर्जी वोटिंग के आरोप लगाने के बीच हुआ। इस दौरान अजय राय ने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए काशी की जनता के सम्मान को अपनी सबसे बड़ी पूंजी बताया, वहीं बीजेपी समर्थकों ने इसे सोशल मीडिया पर हास्यास्पद करार दिया।
ढोल-नगाड़ों के साथ अजय राय के घर पहुंची सपा
वाराणसी में बुधवार को राजनीति का एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला, जब समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ता अचानक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के घर पहुंचे। ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं के साथ कार्यकर्ताओं ने अजय राय को वाराणसी का सांसद घोषित कर दिया। मौके पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारे लगाए और जश्न का माहौल बना दिया।
अजय राय खुद भी इस अनपेक्षित ‘जीत के जश्न’ में शामिल हुए और समर्थकों के बीच खुशी जाहिर की। यह पूरा आयोजन सपा की ओर से प्रतीकात्मक रूप से किया गया, ताकि हालिया चुनावी आरोपों को लेकर राजनीतिक संदेश दिया जा सके।
फर्जी वोटिंग के आरोप और विपक्ष का हमला
यह कदम ऐसे समय पर आया है जब कांग्रेस और इंडिया गठबंधन बीजेपी और चुनाव आयोग पर फर्जी वोटिंग के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। संसद से लेकर सड़कों तक विपक्ष लगातार प्रदर्शन कर रहा है। अजय राय ने हाल ही में बयान दिया था कि अगर वाराणसी में निष्पक्ष चुनाव हुए होते, तो 2024 लोकसभा नतीजा अलग होता।
इसी बयान के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने यह प्रतीकात्मक ‘सांसद स्वागत’ कार्यक्रम आयोजित किया। उनका कहना था कि जनता के वोट का सम्मान होना चाहिए और इस तरह की गतिविधियां उसी संदेश को दोहराने के लिए हैं।
बीजेपी समर्थकों की चुटकी और सोशल मीडिया चर्चा
इस आयोजन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बीजेपी समर्थकों ने इसे लेकर तंज कसा। कई यूज़र्स ने इसे हास्यास्पद करार दिया, तो कुछ ने विपक्ष की रणनीति पर सवाल खड़े किए। सियासी गलियारों में भी इस घटना ने हलचल पैदा कर दी है।
गौरतलब है कि 2024 लोकसभा चुनाव में अजय राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ा था। शुरुआती रुझानों में वे आगे थे, लेकिन अंतिम दौर में पीएम मोदी ने बड़ी जीत दर्ज की।