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वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025: मीराबाई चानू ने रचा इतिहास, 199 किलोग्राम वजन उठाकर जीता सिल्वर मेडल

वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025: मीराबाई चानू ने रचा इतिहास, 199 किलोग्राम वजन उठाकर जीता सिल्वर मेडल

भारत की स्टार वेटलिफ्टर और ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। नॉर्वे के फ़ोर्डे में आयोजित विश्व वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में उन्होंने 199 किलोग्राम वजन उठाकर सिल्वर मेडल जीता। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने नॉर्वे के फोर्डे में चल रही विश्व वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया। यह इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में उनका तीसरा पदक है। मीराबाई अब तक भारत की ओर से विश्व चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली तीसरी वेटलिफ्टर बन गई हैं। 

इससे पहले उन्होंने 2017 में अमेरिका के अनाहेम में आयोजित चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड जीता था और 2022 में कोलंबिया के बोगोटा में 49 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल हासिल किया था।

तीसरा वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक

मीराबाई चानू ने इस प्रतियोगिता में 48 किग्रा भारवर्ग में हिस्सा लिया। स्नैच में उन्होंने 84 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम उठाकर कुल 199 किलोग्राम का स्कोर किया। इस प्रदर्शन ने उन्हें सिल्वर मेडल दिलाया। इससे पहले उन्होंने 2017 में अमेरिका के Anaheim वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और 2022 में कोलंबिया के Bogota वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। अब 2025 में एक और रजत पदक अपने नाम करते हुए मीराबाई भारत की तीसरी ऐसी वेटलिफ्टर बन गई हैं, जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीन पदक हासिल किए हैं।

इस स्पर्धा में गोल्ड मेडल उत्तर कोरिया की रि सांग गुम को मिला, जिन्होंने कुल 213 किलोग्राम वजन उठाया। वहीं, चीन की एथलीट थान्याथन को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। स्नैच राउंड में थान्याथन मीराबाई से चार किलोग्राम आगे थीं, लेकिन क्लीन एंड जर्क में मीराबाई ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्हें पछाड़ दिया और सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया।

मीराबाई चानू ने चोट के बाद की वापसी

मीराबाई चानू के लिए बीते कुछ साल चोटों से जूझते हुए बीते। कई बार उन्हें प्रतियोगिताओं से बाहर रहना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत के बाद शानदार वापसी की। इसी साल अहमदाबाद में आयोजित कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर अपने फॉर्म में वापसी का संकेत दिया था। नॉर्वे में सिल्वर मेडल जीतना उनके करियर के लिए एक और मील का पत्थर साबित हुआ है।

जीत के बाद मीराबाई ने सबसे पहले अपने कोच विजय शर्मा का धन्यवाद किया, जिनकी देखरेख में उन्होंने इस कठिन सफर को पार किया। मीराबाई अब उन चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हो गई हैं जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप में तीन या उससे अधिक पदक जीते हैं। उनसे पहले कुंजरानी देवी और कर्णम मल्लेश्वरी यह उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं। कुंजरानी देवी ने सात बार (1989, 1991, 1992, 1994, 1995, 1996, 1997) रजत पदक जीता था। कर्णम मल्लेश्वरी ने 1994 और 1995 में गोल्ड, जबकि 1993 और 1996 में ब्रॉन्ज जीतकर कुल चार पदक हासिल किए थे।

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