Hartalika Teej 2024: कब मनाई जाती है हरतालिका तीज? जानें डेट, शुभ मुहूर्त और विधि

Hartalika Teej 2024: कब मनाई जाती है हरतालिका तीज? जानें डेट, शुभ मुहूर्त और विधि
Last Updated: 01 सितंबर 2024

सनातन धर्म में हरतालिका तीज (Hartalika Teej 2024) का त्योहार अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह व्रत विवाहित महिलाओं और कुंवारी लड़कियों द्वारा बड़े श्रद्धा भाव से किया जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की रेत या मिट्टी से बनाई गई प्रतिमा की विशेष पूजा करते हैं। आइए, हम हरतालिका तीज की तिथि, शुभ मुहूर्त और अन्य जानकारियों के बारे में विस्तार से जानें।

Hartalika Teej Vrat: भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन हरतालिका तीज का पर्व विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर married महिलाएं सोलह श्रृंगार करके पूजा-अर्चना करती हैं। जबकि कुंवारी लड़कियां अपने मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाओं द्वारा सोलह श्रृंगार करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए, इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हरतालिका तीज व्रत करने से सुहागिन महिलाओं और कुंवारी लड़कियों को किस प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।

भाद्रपद माह में क्यों मनाई जाती है हरतालिका?

हिंदू धर्म के मुताबिक, हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद माह में मनाया जाता है। यह व्रत विवाहित महिलाओं द्वारा अखंड सौभाग्य और अपने पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है। वहीं, इस व्रत को कुंवारी लड़कियां मनचाहे वर और शीघ्र विवाह की कामना के लिए करती हैं। इस विशेष दिन पर शिव जी और मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा की जाती है, और उन्हें प्रिय वस्तुओं का भोग अर्पित किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से साधक के वैवाहिक जीवन में खुशियों की वर्षा होती है, और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।

देखें शुभ मुहूर्त

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के अनुसार, हरतालिका तीज 6 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:02 बजे से लेकर सुबह 8:33 बजे तक है। इस अवधि में पूजा और उपासना करने से व्रति को दोगुना फल प्राप्त होता है और यह व्रत की पूर्णता और प्रभावशीलता को सुनिश्चित करता है।

हरतालिका तीज की तिथि और शुभ मुहूर्त:

तृतीया तिथि की शुरुआत: 5 सितंबर 2024 को दोपहर 12:21 बजे

तृतीया तिथि का समापन: 6 सितंबर 2024 को दोपहर 03:21 बजे

पूजा का शुभ मुहूर्त: 6 सितंबर 2024 को सुबह 6:02 बजे से 8:33 बजे तक

इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से व्रति की इच्छाओं की पूर्ति और धार्मिक लाभ की संभावना बढ़ जाती है। इस दिन, भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करते समय विशेष ध्यान और श्रद्धा रखना महत्वपूर्ण है।

इस दिन व्रत करने के फायदे

हरतालिका तीज के दिन व्रत और पूजा करने से धार्मिक मान्यता के अनुसार कई लाभ होते हैं:

कुंवारी लड़कियों के लाभ:

मनचाहा वर की प्राप्ति: हरतालिका तीज व्रत करने से कुंवारी लड़कियों को अपने मनचाहे वर की प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है।

विवाह में रही बाधाओं का निवारण: इस व्रत के द्वारा विवाह में रही बाधाएं दूर होती हैं और विवाह के योग बनने में मदद मिलती है।

सुहागिन महिलाओं के लाभ:

अखंड सौभाग्य की प्राप्ति: इस दिन व्रत करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

पति की दीर्घ आयु: व्रत के माध्यम से महिलाओं अपने पति को लंबी आयु और स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करती हैं।

सोलह श्रृंगार का महत्व:

मां पार्वती की कृपा: सोलह श्रृंगार करके पूजा करने से मां पार्वती प्रसन्न होती हैं, जिससे साधक पर उनकी कृपा बनी रहती है।

वैवाहिक जीवन में खुशियाँ: सोलह श्रृंगार और पूजा के द्वारा वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

हरतालिका तीज के दिन इन धार्मिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए पूजा और व्रत करना, साधक की इच्छाओं की पूर्ति और जीवन में सुख-समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।

व्रत करने वाली महिलाएं इन बातो का रखें ध्यान

हरतालिका तीज के व्रत के दौरान काले रंग के वस्त्र पहनने और शृंगार में काले रंग के प्रयोग से बचने की धार्मिक मान्यता है। काले रंग को पूजा-पाठ और शुभ अवसरों पर अशुभ माना जाता है। इसके स्थान पर हल्के या उजले रंग के वस्त्र पहनने और शृंगार में रंग-बिरंगे और शुद्ध रंगों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। यह धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं के अनुसार शुभता और पवित्रता को बनाए रखने में सहायक होता है।

 

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