उत्तर प्रदेश के बरेली में एक आश्चर्य चकित कर देने वाली घटना की खबर सामने आई है। यहां रुबीना का करीब 10 साल पहले एक मुस्लिम युवक से निकाह हो चूका था। लेकिन उसने तीन तलाक देने के बाद हिन्दू धर्म के लड़के के साथ प्रेम विवाह कर लिया।
बरेली: तीन तलाक से पीड़ित रुबीना ने मुस्लिम धर्म को त्याग कर हिंदू धर्म को अपना लिया है। रुबीना ने अपना नाम परिवर्तन करके प्रीति कुमारी रख लिया। एक दिन बदायूं के रहने वाले प्रमोद कुमार की मिस्ड कॉल उनके फोन पर आई। उसके बाद जब रूबीना उर्फ प्रीति ने उस मिस्ड काल का जवाब कॉल करके दिया तो दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। यहीं से दोनों की प्रेम कहानी शुरूात हुई. उसके बाद दोनों ने भगवान को साक्षी मानकर सात फेरे ले लिए है। पंडित केके शंखधार ने अपने अगस्त्य मुनि आश्रम में दोनों का प्रेम विवाह संपन्न कराया हैं।
मिस्ड कॉल से शुरू हुई प्रेम कहानी
रुबीना ने Subkuz.com के पत्रकार से बातचीत करते हुए बताया कि उसका करीब 11 साल पहले एक मुस्लिम युवक के साथ निकाह हुआ था। लेकिन दोनों के बीच बनती नहीं थी, इसलिए उसने तीन तलाक दे दिया। रुबीना की शुरू से ही हिंदू धर्म में काफी आस्था रही है, मगर परिवार के डर से और कही से सहारा नहीं मिल रहा था। उसके बाद एक दिन बदायूं के रहने वाले प्रमोद कुमार की मिस्ड कॉल उनके फोन पर आई। रुबीना ने मिस्ड कॉल को देखकर काल बैक की तो दोनों के बीच धीरे-धीरे बातचीत शुरू हो गई। उसके बाद दोनों इंस्टाग्राम पर बातचीत और वीडियो चैट करने लगे थे। दोनों ने सोशल मीडिया पर ही साथ जीने और साथ मरने की कसमें खाई और एक दूसरे से शादी की बात कही।
रुबीना ने कहां कि उसे शुरू से ही उसे हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा आस्था थी। इसलिए उसने सबसे पहले अपना धर्म और नाम में परिवर्तन किया। उसने अपना नाम बदलकर प्रीति कुमारी रख लिया और फिर प्रमोद के साथ पंडित केके शंखधार की मौजूदगी में सात फेरे ले लिए। पंडित केके शंखधार ने हवन शुद्धि कर दोनों का प्रेम विवाह संपन्न कराया और दोनों को आशीर्वाद दिया।