महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने मुंबई में एक महिला डिजाइनर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। अमृता का आरोप है कि उसने अपने पिता के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले को खत्म करने के लिए एक करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश की। साथ ही उन्हें साजिश करके फंसाने की धमकी भी दी।
डिजाइनर का नाम अनिक्षा है। अमृता ने कहा कि 18 और 19 फरवरी को अनिक्षा ने अनजान नंबर से अपने वीडियो क्लिप, वॉइस नोट्स और मैसेज भेजे थे। इसके जरिए उसने अमृता को धमकाने की कोशिश की थी। अमृता ने 20 फरवरी को FIR दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने डिजाइनर और उसके पिता के खिलाफ साजिश रचने और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। यह मामला मीडिया में अब आया है
अमृता ने यह भी दावा किया कि डिजाइनर ने उन्हें फंसाने की भी धमकी दी थी।
पढ़िए अमृता ने FIR में क्या लिखवाया...
अमृता ने पुलिस को बताया, 'अनिक्षा नाम की डिजाइनर ने नवंबर 2021 में पहली बार मुझसे संपर्क किया था। उसने मुझे बताया था कि वह कपड़े, ज्वेलरी और फुटवियर डिजाइन करती है। हम दोनों की मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी। इस दौरान अनिक्षा ने मुझसे उसकी डिजाइन की हुई ज्वेलरी और फुटवियर पहनने और उनका प्रमोशन करने की अपील की थी। मुझे उस पर तरस आया और मैंने हां कर दी। पहली मुलाकात में उसने मुझे बताया था कि उसकी मां की मौत हो चुकी है।
एक बार मेरे घर आकर उसने मेरे स्टाफ के लोगों को कपड़े और ज्वेलरी दी थी और मुझसे रिक्वेस्ट की थी कि मैं उन्हें पहनूं। मुझे याद नहीं है कि मैंने उसकी दी ड्रेस कभी पहनी भी थी या नहीं। इन चीजों को मेरे स्टाफ ने लौटा दिया या डोनेट कर दिया था, क्योंकि मेरे पास उसका दिया कोई सामान नहीं है।
ऐसी ही एक मुलाकात में अनिक्षा ने दावा किया था कि उसके पिता के कई पॉलिटिकल पार्टी के नेताओं के साथ करीबी संबंध हैं। उसने वहां मौजूद एक कर्मचारी को लिफाफा देकर मुझे देने को कहा जब मैंने लिफाफा खोला तो उसमें हाथ से लिखा हुआ नोट था। उसमें क्या लिखा हुआ था मुझे समझ नहीं आया और मैंने उसे एक तरफ रख दिया।
एक बार अनिक्षा ने मेरे बॉडीगार्ड से झूठ बोला और मेरी कार में बैठी गईं। उसने मुझे बताया कि उसके पिता पुलिस को सटोरियों की जानकारी देते थे। उसने ऑफर किया कि अगर इन सटोरियों के खिलाफ एक्शन लेना है तो, पुलिस से कहकर पैसे भी कमाए जा सकते हैं। या फिर कोई एक्शन न लेकर सटोरियों से पैसे ऐंठे जा सकते हैं। ये सुनने के बाद मैंने उसे कार से नीचे उतरने को कहा। फिर मैंने उसके कॉल उठाने बंद कर दिए।
16 फरवरी को रात 9 बजकर 30 मिनट पर अनिक्षा ने मुझे कॉल करके बताया कि उसके पिता को एक केस में आरोपी बनाया गया है। अगर मैं उन्हें बचा लेती हूं तो वह मुझे 1 करोड़ रुपए देगी। यह सुनने के बाद मैंने फोन रख दिया और उसका नंबर ब्लॉक कर दिया।'