साउथ सुपरस्टार विजय का राजनीति में कदम: संविधान, तलवार और धार्मिक ग्रंथों के बीच साझा किया अपना विजन

साउथ सुपरस्टार विजय का राजनीति में कदम: संविधान, तलवार और धार्मिक ग्रंथों के बीच साझा किया अपना विजन
Last Updated: 7 घंटा पहले

दक्षिण भारत के सुपरस्टार विजय ने अपने टीवीके पार्टी की पहली सार्वजनिक सभा में रविवार को भाषण दिया। उन्होंने कहा कि बांटने वाली राजनीति के कारण देश को नुकसान पहुंचाने वाले लोग टीवीके के मुख्य विचारधारा के दुश्मन हैं। विजय ने आगे कहा कि डीएमके के नेता जनविरोधी सरकार को द्रविड़ मॉडल सरकार के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।

सुपरस्टार विजय का राजनीतिक सफर

दक्षिण के सुपरस्टार विजय ने अपनी राजनीतिक पार्टी का गठन आठ महीने पहले किया था। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम तमिलाडु वेत्री कड़गम (टीवीके) रखा है। राजनीति में कदम रखते ही विजय ने अब अपने दृष्टिपत्र को जनता के सामने पेश कर दिया है। विजय ने यह भी स्पष्ट किया है कि राजनीति में उनके कौन दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी होंगे, जिनसे उन्हें मुकाबला करना है। इसके अलावा, उन्होंने अपनी पार्टी के सिद्धांतों पर भी प्रकाश डाला है।

दक्षिण भारतीय अभिनेता का कहना है कि देश को विभिन्न आधारों पर बांटने वाली शक्तियाँ और भ्रष्ट तत्व उनकी पार्टी के प्रमुख दुश्मन हैं। उनकी पार्टी धर्मनिरपेक्ष सामाजिक न्याय की विचारधारा पर आधारित रहेगी, जिसमें उनके मार्गदर्शक के रूप में ईवीआर पेरियार और के कामराज जैसे नेता शामिल हैं। विजय ने डीएमके और स्टालिन परिवार पर भी हमला किया है, यह कहते हुए कि डीएमके के नेता जनविरोधी सरकार को द्रविड़ मॉडल सरकार के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। तमिलनाडु के कानून मंत्री एस रेगुप्थी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, "अभिनेता विजय की टीवीके कोई टीम या बी टीम नहीं है, बल्कि यह बीजेपी की सी टीम है। यह स्पष्ट है कि शासन का द्रविड़ मॉडल लोगों के दिमाग से मिटाया नहीं जा सकता। कल की टीवीके की जनसभा एक वास्तविक बैठक से ज्यादा एक भव्य फिल्म के समान थी।

स्टालिन लोगों को मूर्ख बना रहे हैं

विजय टीवीके के गठन के बाद रविवार को विजय ने अपना पहला सार्वजनिक भाषण दिया। उन्होंने कहा कि दिग्गज एमजी रामचंद्रन और एनटी रामाराव को तब महज फिल्म अभिनेता कहकर मजाक का विषय बनाया गया था, जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा था, लेकिन वे आज भी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के लोगों के दिलों में जीवित हैं। टीवीके के नेता ने कहा, "तमिलनाडु में कुछ लोग राजनीति में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को एक विशेष रंग में रंगने का प्रयास कर रहे हैं, लोगों को मूर्ख बना रहे हैं, लेकिन वे गुप्त सौदेबाज़ी करेंगे, चुनाव के दौरान हंगामा करेंगे और हमेशा फासीवाद की बात करेंगे। एकजुट समुदायों में बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के बीच भय पैदा करेंगे। स्टालिन एक जनविरोधी सरकार को द्रविड़ मॉडल शासन कहकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। अपने विरोधियों को विशेष रंगों में रंगना बंद करें।"

टीवीके द्रविड़म और तमिल राष्ट्रवाद को अलग नहीं मानती

 विजय ने कहा, “बांटने वाली राजनीति से देश को नुकसान पहुंचाने वाले लोग टीवीके के प्रमुख वैचारिक दुश्मन हैं। अगला स्वार्थी परिवार द्रविड़ मॉडल (शासन) के नाम पर तमिलनाडु को लूट रहा है, जबकि पेरियार और अन्ना के नाम का इस्तेमाल कर रहा है। यह हमारा राजनीतिक दुश्मन है। टीवीके द्रविड़म और तमिल राष्ट्रवाद को अलग-अलग नहीं मानती। पार्टी ने आनुपातिक प्रतिनिधित्व के लिए भी आवाज उठाई और इसके लिए जाति जनगणना की मांग की।इस मौके पर पार्टी के कार्यक्रम में विजय को एक तलवार के साथ-साथ संविधान, भगवद गीता, कुरान और बाइबिल की प्रतियां प्रदान की गईं।

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