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Ram Navami 2025: आज रामनवमी के दिन ऐसे करें भगवान राम की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

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आज रामनवमी का पावन पर्व देशभर में धार्मिक श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं। उन्होंने अधर्म के प्रतीक रावण का अंत कर धर्म की स्थापना की थी। हिंदू पंचांग के अनुसार, रामनवमी चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आती है। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं, पूजन करते हैं और भगवान राम की कृपा प्राप्ति के लिए विशेष अनुष्ठान करते हैं।

रामनवमी पूजा का शुभ मुहूर्त (Ram Navami 2025 Shubh Muhurat)

रामनवमी मध्याह्न पूजन मुहूर्त: प्रातः 11:08 बजे से दोपहर 01:39 बजे तक
मध्याह्न का प्रमुख क्षण: दोपहर 12:24 बजे
यह समय भगवान श्रीराम की जन्मघड़ी के रूप में सबसे शुभ माना जाता है, अतः इस अवधि में पूजा करना अत्यंत फलदायी होता है।

रामनवमी पूजा विधि (Lord Ram Puja Vidhi)

1. प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करके शुद्ध वस्त्र पहनें।
2. पूजा स्थल की सफाई कर वहाँ लाल या पीले वस्त्र पर भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
3. पूजा में चंदन, रोली, अक्षत, पुष्प, धूप, दीपक, माला, नैवेद्य और फल-भोग अर्पित करें।
4. रामायण, रामचरितमानस या राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें।
5. अंत में आरती करें और प्रसाद को सभी में श्रद्धापूर्वक वितरित करें।

रामनवमी विशेष मंत्र (Ram Navami Mantras for Blessings)

ॐ श्री रामाय नमः॥
श्री राम जय राम कोदण्ड राम॥
राम तारक मंत्र – श्री राम जय राम जय जय राम॥
राम गायत्री मंत्र –
ॐ दशरथये विद्महे, सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो रामः प्रचोदयात्॥
राम ध्यान मंत्र –
ॐ आपदामपहर्तारम् दातारं सर्वसंपदाम्।
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो-भूयो नमाम्यहम्॥

रामनवमी का वैश्विक महत्व

रामनवमी केवल भारत ही नहीं, बल्कि नेपाल, मारीशस, फिजी, त्रिनिडाड, और अन्य देशों में बसे भारतीय प्रवासी समुदायों द्वारा भी बड़ी श्रद्धा से मनाई जाती है। यह दिन धर्म, मर्यादा, और आदर्श जीवन मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा देता है।

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