दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी आज सोमवार यानि 23 सितंबर को अपनी कैबिनेट के साथ कार्यभार संभालने जा रही हैं। शनिवार को शपथ लेने के बाद से ही वे सक्रिय भूमिका में हैं और पहले दिन ही कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेने की संभावना है।
CM Atishi: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी (CM Atishi) ने आज सोमवार को अपनी कैबिनेट के साथ कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने शनिवार को दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
आतिशी ने केजरीवाल सरकार में आतिशी ने अपने पास मौजूद 13 विभागों को बरकरार रखा है, जिनमें शिक्षा, राजस्व, वित्त, बिजली और PWD जैसे प्रमुख विभाग शामिल हैं। उनके नेतृत्व में दिल्ली की राजनीति में नई दिशा और परिवर्तन की उम्मीद जताई जा रही है। उनकी नियुक्ति से दिल्लीवासियों को बेहतर सेवाएं और सुधार देखने को मिल सकते हैं, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां काम की सबसे अधिक आवश्यकता है।
सीएम आतिशी ले सकती हैं अहम फैसले
पहले ही दिन, नई मुख्यमंत्री आतिशी कुछ महत्वपूर्ण फैसले ले सकती हैं, जिससे दिनभर माहौल बदलता रहेगा। यह खास है क्योंकि एक साल बाद कोई मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंच रहा है।
केजरीवाल पिछले पांच महीनों से जेल में थे, और इससे पहले भी उन्होंने लगभग सात महीने से सचिवालय नहीं जा सके थे। उनके सचिवालय न जाने का एक कारण वहां चल रहा पुनर्निमाण का काम भी था। आतिशी का आज का दिन विभिन्न बदलावों और निर्णयों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
LG सक्सेना ने सीएम पद की दिलाई शपथ
आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता आतिशी को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शनिवार को दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। शपथ लेने के बाद से ही आतिशी अपने तेवर में नजर आईं। उसी दिन सीएम आवास पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि अब दिल्ली वालों के काम नहीं रुकने दिए जाएंगे। उनके इस आश्वासन ने दिल्लीवासियों में नई उम्मीद जगाई है।
ऐसे में आतिशी ने कहा कि अब जब केजरीवाल बाहर हैं, तो दिल्लीवालों का कोई काम नहीं रुकेगा और न ही भाजपा का कोई षड्यंत्र सफल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे केजरीवाल के मार्गदर्शन में दिल्लीवासियों के साथ मिलकर अस्पतालों में दवाइयों की उपलब्धता, सड़कों, पानी के बिल और सीवर समेत अन्य समस्याओं को हल करने के लिए काम करेंगी।
आतिशी को मिले 13 विभाग
आतिशी के पास 13 विभाग हैं, जिनमें लोक निर्माण विभाग, बिजली, शिक्षा, राजस्व, वित्त, योजना, सेवाएं, सतर्कता और जल शामिल हैं। ये वे विभाग हैं जिनमें सबसे अधिक काम की आवश्यकता है, इसलिए आने वाले समय में उनके सामने काम को पटरी पर लाने की चुनौतियां रहेंगी। आतिशी के नेतृत्व में इन विभागों में सुधार और प्रभावशीलता लाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने की उम्मीद है।
आतिशी के मंत्रिमंडल में चार मजबूत और अनुभवी साथी शामिल हैं, जिनमें गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत के नाम शामिल हैं। मुकेश अहलावत सुल्तानपुर माजरा से पहली बार के विधायक हैं और वे दिल्ली मंत्रिमंडल में एक नया चेहरा बनकर सामने आए हैं। इन अनुभवी मंत्रियों के साथ, आतिशी को उम्मीद है कि वे मिलकर दिल्ली की समस्याओं को सुलझाने में सफल होंगे।
इन मंत्रियों को मिली जिम्मेदारी
आतिशी सरकार में मंत्रियों को विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी इस प्रकार दी गई।
1. सौरभ भारद्वाज: उन्होंने शनिवार को मंत्री पद का कार्यभार संभाल लिया और उनके पास आठ विभागों की जिम्मेदारी है।
2. मुकेश अहलावत: उन्हें श्रम, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, रोजगार और भूमि एवं भवन विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
3. गोपाल राय: आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रभारी, उन्हें विकास, सामान्य प्रशासन, पर्यावरण और वन का प्रभार दिया गया है। राय के पास केजरीवाल सरकार में भी इन्हीं विभागों की जिम्मेदारी थी।
4. कैलाश गहलोत: नजफगढ़ से विधायक, उनकी जिम्मेदारी में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। वह परिवहन, गृह, प्रशासनिक सुधार, महिला और बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाते रहेंगे।
5. इमरान हुसैन: बल्लीमारन विधानसभा सीट से दो बार के विधायक, उन्हें खाद्य एवं आपूर्ति और चुनाव विभाग का प्रभार मिला है, जो कि पहले भी उनके पास था।