मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल, जिन्होंने "जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे" जैसे लोकप्रिय भजनों से पहचान बनाई, अब कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। मित्तल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ज्वाइन नहीं की थी, हालांकि वे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना गुरु मानते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दे सकती हैं।
चंडीगढ़: मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल के कांग्रेस में शामिल होने की संभावनाएं हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले बढ़ गई हैं। उन्होंने संकेत दिया है कि उनका झुकाव अब कांग्रेस की ओर हो रहा है। मित्तल ने यह भी कहा कि सनातन धर्म किसी एक राजनीतिक दल का नहीं हो सकता, बल्कि अन्य दल भी सनातनी हो सकते हैं। कन्हैया मित्तल का गाना "जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे" काफी चर्चित हुआ था और उनकी लोकप्रियता हरियाणा के साथ-साथ उत्तर भारत में भी काफी है। उनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को धार्मिक समुदाय के बीच समर्थन मिलने की उम्मीद हैं।
योगी आदित्यनाथ को गुरु मानते हैं कन्हैया मित्तल
मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ज्वाइन नहीं की थी। मित्तल ने कहा कि भाजपा के लोग उन्हें गाना 'जो राम को लाए हैं' गाने के लिए बुलाते थे, और वे इसे गाते थे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे पार्टी से जुड़े थे। कन्हैया मित्तल ने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ उनके गुरु हैं और हमेशा रहेंगे। उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह एक मां के दो बेटे अलग-अलग राजनीतिक दल में हो सकते हैं, वैसे ही एक गुरु और शिष्य के राजनीतिक विचार अलग हो सकते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि मित्तल का कांग्रेस में जाने का इरादा है, लेकिन उनके योगी आदित्यनाथ के प्रति व्यक्तिगत सम्मान में कोई कमी नहीं हैं।
भाजपा के ज्ञानचंद गुप्ता के विपक्ष में खड़ा होना चाहते है कन्हैया
कन्हैया मित्तल के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि उनकी नजर अंबाला शहर और पंचकूला विधानसभा सीट पर हो सकती है। ऐसी अटकलें हैं कि कांग्रेस की तरफ से उन्हें टिकट देने का आश्वासन मिल सकता है। वहीं, भाजपा ने पंचकूला सीट से हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को फिर से मैदान में उतारा है। गुप्ता ने कन्हैया मित्तल के कांग्रेस में जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मित्तल कभी भाजपा के प्रचारक नहीं रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि कन्हैया मित्तल ने हमेशा सनातन धर्म के लिए काम किया है, और आज भी वह सनातन के साथ खड़े हैं। गुप्ता ने यह भी जोड़ा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मित्तल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
कौन हैं कन्हैया मित्तल?
कन्हैया मित्तल चंडीगढ़ के रहने वाले एक प्रसिद्ध भजन गायक हैं, जिनकी लोकप्रियता खाटू श्याम और सालासर बालाजी के भजनों के लिए देश-विदेश में फैली हुई है। उन्होंने छोटी उम्र में ही भजन गाना शुरू कर दिया था और धीरे-धीरे अपनी कला के माध्यम से एक बड़ी पहचान बनाई। रिपोर्ट्स के मुताबिक कन्हैया मित्तल का शुरुआती जीवन काफी संघर्षमय रहा। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, और उनके पिता साइकिल पर नमकीन बेचने का काम करते थे।
कन्हैया मित्तल खुद भी फड़ी लगाकर सामान बेचा करते थे। उनकी यह संघर्षपूर्ण यात्रा आज उन्हें एक प्रतिष्ठित भजन गायक के रूप में खड़ा करती है, जिसे लोग उनके भक्ति गीतों और देशभक्ति के संदेशों के लिए जानते हैं। उनका गाना "जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे" बेहद प्रसिद्ध हुआ और धार्मिक व सामाजिक रूप से उनकी पहचान को और मजबूत किया।