लैंड फॉर जॉब मामला: लालू यादव आज देंगे ईडी के सवालों का जवाब

लैंड फॉर जॉब मामला: लालू यादव आज देंगे ईडी के सवालों का जवाब
अंतिम अपडेट: 5 घंटा पहले

रेलवे भर्ती घोटाले, जिसे 'लैंड फॉर जॉब्स' केस के रूप में जाना जाता है, में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच तेज हो गई है। इस सिलसिले में आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव से पूछताछ होगी।

पटना: रेलवे भर्ती घोटाले, जिसे 'लैंड फॉर जॉब्स' केस के रूप में जाना जाता है, में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच तेज हो गई है। इस सिलसिले में आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव से पूछताछ होगी। इससे पहले मंगलवार को उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और बेटे तेज प्रताप यादव से ईडी ने करीब चार घंटे तक सवाल-जवाब किए थे।

लालू प्रसाद यादव को समन

ईडी ने लालू प्रसाद यादव को समन भेजकर आज दिल्ली स्थित अपने दफ्तर में पेश होने को कहा है। जांच एजेंसी रेलवे भर्ती घोटाले में लालू यादव से सीधे तौर पर जुड़े तथ्यों को स्पष्ट करने की कोशिश करेगी। सूत्रों के अनुसार, लालू यादव से यह पूछा जाएगा कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने किन परिस्थितियों में जमीन के बदले नौकरियां देने की सिफारिश की थी और क्या उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी थी।

कौन-कौन से सवालों का सामना कर सकते हैं लालू यादव?

रेलवे भर्ती में गड़बड़ी से उनका क्या सीधा संबंध था?
क्या जमीन हस्तांतरण में उनकी कोई भूमिका रही?
क्या भर्तियों के लिए सीधे उनके आदेश जारी हुए थे?
उनके बेटे तेजस्वी यादव द्वारा दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में खरीदे गए बंगले का स्रोत क्या है?
राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर लोगों को नौकरी दिलाने और जमीन हस्तांतरण करवाने का आरोप सही है या नहीं?

राबड़ी, मीसा और तेज प्रताप से क्या पूछा गया?

इससे पहले राबड़ी देवी से यह पूछा गया कि जिन व्यक्तियों से जमीन खरीदी गई, उनसे उनकी पहली मुलाकात कब और कैसे हुई? वहीं, मीसा भारती ने पूछताछ के बाद इसे राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि जैसे-जैसे बिहार चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे केंद्रीय एजेंसियों की जांच तेज हो रही है। दूसरी ओर, तेज प्रताप यादव ने पूछताछ को लेकर किसी भी प्रतिक्रिया से इनकार कर दिया।

क्या है 'लैंड फॉर जॉब' मामला?

यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच का बताया जाता है, जब लालू प्रसाद यादव केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि इस दौरान रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियां देने के बदले उम्मीदवारों से उनकी जमीनें ली गईं या बेहद कम कीमत पर खरीदने के लिए दबाव डाला गया। सीबीआई द्वारा दर्ज चार्जशीट के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन किया गया था और इसमें लालू यादव और उनके परिवार की सीधी संलिप्तता पाई गई हैं।

इससे पहले, 20 जनवरी 2024 को लालू यादव और तेजस्वी यादव से दिल्ली में ईडी ने करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। इस दौरान लालू यादव से 50 से अधिक सवाल पूछे गए थे। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान कई बार लालू यादव असहज हो गए थे और झल्ला भी उठे थे। वहीं, 30 जनवरी को तेजस्वी यादव से भी लगभग 11 घंटे तक पूछताछ की गई थी।

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