बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली में अचानक निरीक्षण कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी यशपाल मीणा के साथ मिलकर क्षेत्र में बाढ़ के कारण उत्पन्न समस्याओं का विश्लेषण किया।
Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक वैशाली जिले के महात्मा गांधी सेतु के पास बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली और हर संभव मदद का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री ने तेरसिया पंचायत और हाजीपुर के लिए बनाए गए राहत शिविर का भी दौरा किया, जहां उन्होंने गंगा ब्रिज थाना के निकट राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों से बातचीत की। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री को अपनी समस्याएं सुनाई, और उन्होंने स्थिति का गंभीरता से संज्ञान लिया। उनके साथ डीएम यशपाल मीणा और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे, जो राहत कार्यों की देखरेख कर रहे थे।
सीएम ने पीड़ितों की सुरक्षा के लिए दिए निर्देश
सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया। उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात की और फिर पटना लौट गए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भी उनके साथ थे।
मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी सेतु का दौरा करते हुए बाढ़ के हालात का जायजा लिया, जिससे उन्होंने तत्काल राहत कार्यों के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया। उनकी इस अचानक निरीक्षण यात्रा से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की गति बढ़ाने की उम्मीद जताई जा रही है।
इससे पहले सीएम और SP ने भी लिया था जायजा
गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के चलते बाढ़ प्रभावित इलाकों का सघन दौरा करने के लिए डीएम यशपाल मीणा और एसपी हर किशोर राय शुक्रवार रात पहुंचे। उन्होंने प्रभावित लोगों का हालचाल लिया और राहत कैंप का निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने कर्मचारियों को कई निर्देश दिए।
शुक्रवार सुबह डीएम ने राघोपुर का दौरा भी किया था, और शाम को तेरसिया में बाढ़ पीड़ितों से मिले। वहां वार्ड नंबर 41 में स्थापित शिविर का भी निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए राहत कार्यों में तेजी लाने का आश्वासन दिया।
पशुओं की देखरेख के लिए कड़े बंदोबस्त
बाढ़ राहत कार्यों के लिए तीन पालियों में जिला नियंत्रण कक्ष में ड्यूटी लगाई गई है। कम्युनिटी किचेन चलाया जा रहा है, और डॉक्टर दवा के साथ ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। साथ ही, पशुओं की देखभाल के लिए पशुपालन विभाग को भी निर्देशित किया गया है।
डीएम ने कहा कि स्थिति की मानिटरिंग की जा रही है और सभी अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने के लिए कहा गया है, ताकि बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद सुनिश्चित की जा सके।