प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को विकसित भारत युवा नेता संवाद में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद जयंती पर राजनीति में एक लाख नए युवाओं को प्रेरित करने का प्रयास है।
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 'विकसित भारत युवा नेता संवाद' में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस (12 जनवरी) को आयोजित किया जा रहा है। इस संवाद का उद्देश्य एक लाख युवा प्रतिभाओं को राजनीति और नीति निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना है।
3,000 युवा नेताओं से करेंगे संवाद
प्रधानमंत्री मोदी देशभर के 3,000 गतिशील युवा नेताओं से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि वह पूरा दिन अपने "युवा मित्रों" के साथ बिताएंगे। दोपहर के भोजन के दौरान 'विकसित भारत' के निर्माण के लिए विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श होगा। ये युवा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता और जुनून का प्रदर्शन कर रहे हैं।
10 प्रमुख विषयों पर होगा विचार-विमर्श
कार्यक्रम में युवा नेता भारत के विकास के लिए 10 प्रमुख क्षेत्रों पर प्रस्तुतियाँ देंगे। इनमें प्रौद्योगिकी, स्थिरता, महिला सशक्तिकरण, विनिर्माण और कृषि जैसे विषय शामिल हैं। इन विचारों का उद्देश्य भारत की चुनौतियों से निपटने के लिए नवीन समाधान प्रस्तुत करना है। प्रधानमंत्री इन विषयों पर सर्वश्रेष्ठ निबंधों का संकलन भी जारी करेंगे।
युवाओं के लिए नीति निर्माताओं के साथ अनौपचारिक संवाद
कार्यक्रम का समापन केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के साथ रात्रिभोज में होगा। इस अनौपचारिक अवसर पर प्रतिभागी नीति निर्माताओं से सीधे संवाद करेंगे, जिससे युवाओं की आकांक्षाओं और सरकारी नीतियों के बीच की खाई को पाटने में मदद मिलेगी। यह संवाद भारत की प्रगति और विकास में योगदान देने वाले महत्वपूर्ण विचारों और समाधान को बढ़ावा देगा।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव का नया स्वरूप
केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में आयोजित यह कार्यक्रम राष्ट्रीय युवा महोत्सव का नया रूप है।
यह भारत मंडपम, नई दिल्ली में 10-12 जनवरी 2025 तक आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य युवाओं को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे विकसित भारत के निर्माण के लिए अपनी रचनात्मकता और नवाचार को प्रस्तुत कर सकें।
पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने इस संवाद को भारत के भविष्य को गढ़ने में एक महत्वपूर्ण पहल बताया। उन्होंने कहा, "युवाओं की ऊर्जा और रचनात्मकता के माध्यम से विकसित भारत के सपने को साकार किया जा सकता है।"