उत्तर प्रदेश में सितंबर माह के अनुसार 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 842.42 रुपये है। उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को मिलने वाले सिलेंडर पर केंद्र सरकार द्वारा 334.78 रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है। इसके अलावा, प्रदेश सरकार की ओर से 508.14 रुपये की छूट भी दी जाएगी। इस धनराशि में प्रति सिलेंडर खातों में भेजी जाने वाली विनियम दर (50 पैसे) भी शामिल है।
Uttar Pradesh: उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाओं को दीपावली से पहले निशुल्क एलपीजी सिलेंडर (रिफिल) प्रदान किया जाएगा। इसी तरह, होली के अवसर पर भी उन्हें मुफ्त सिलेंडर मिलेगा, लेकिन इसका लाभ केवल आधार प्रमाणित लाभार्थियों को ही प्राप्त होगा। प्रदेश में उज्ज्वला योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की संख्या 1,85,95,736 है, जिनमें से अभी केवल 1,08,29,669 लाभार्थियों का आधार उनके बैंक खातों से लिंक और प्रमाणित किया गया है। स्पष्ट है कि लगभग 41 प्रतिशत लाभार्थी इस योजना के लाभ से वंचित रह सकते हैं। हालांकि, जैसे-जैसे इनका आधार प्रमाणीकरण पूरा होगा, उन्हें योजना का लाभ मिलने लगेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष केवल 54 लाख आधार प्रमाणित लाभार्थियों को ही मुफ्त सिलेंडर का लाभ मिल पाया था।
खाद्य विभाग ने दी जानकारी
खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा जारी किए गए शासनादेश में यह स्पष्ट किया गया है कि उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को पहले चरण में अक्टूबर से दिसंबर माह के बीच और दूसरे चरण में जनवरी से मार्च 2025 तक दो मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान किए जाएंगे।
यह लाभ केवल उन्हीं लाभार्थियों को मिलेगा जिनके बैंक खाते आधार से लिंक और प्रमाणित होंगे। दीपावली और उसके बाद होली में मुफ्त दिए जाने वाले सिलेंडरों पर इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश सरकार 1889.84 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह अनुमान आधार प्रमाणित मौजूदा लाभार्थियों की संख्या के आधार पर लगाया गया है।
उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को दी जाएगी सब्सिडी
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत (सितंबर माह के अनुसार) 842.42 रुपये है। उज्ज्वला योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को मिलने वाले सिलेंडर पर केंद्र सरकार द्वारा 334.78 रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है। शेष 508.14 रुपये की छूट प्रदेश सरकार द्वारा दी जाएगी। इसमें प्रति सिलेंडर खातों में धनराशि भेजने की विनियम दर (50 पैसे) भी शामिल है।
तेल कंपनियों में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों की संख्या
कंपनी का नाम | जारी कनेक्शन | आधार प्रमाणित
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन 90,48,547 52,53,979
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन 54,70,508 22,23,370
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन 40,76,681 33,52,320
कुल योग 1,85,95,736 1,08,29,669
योजना के तहत मिली महिलाओं को नई उड़ान
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ने महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं, जिससे उन्हें विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण और आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला। लखीमपुर में कई महिलाएं सिलाई सहित अन्य पारंपरिक कार्यों में प्रशिक्षित हुईं। प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को संबंधित औजार और टूल किट भी प्रदान की जा रही हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। इस योजना का उद्देश्य कारीगरों और दस्तकारों को उन्नत तकनीकों से जोड़ते हुए उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है।