Punjab News: नीति आयोग की बैठक! पंजाब सीएम मान ने नीति आयोग की बैठक का किया बहिष्कार, मान के फैसले पर शिअद ने की कड़ी निंदा

Punjab News: नीति आयोग की बैठक! पंजाब सीएम मान ने नीति आयोग की बैठक का किया बहिष्कार, मान के फैसले पर शिअद ने की कड़ी निंदा
Last Updated: 27 जुलाई 2024

शिरोमणि अकाली दल (SAD) के डेमोक्रेटिक नेताओं ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक का बहिष्कार करने के फैसले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य के हितों के लिए खिलाफ होगा।

Niti Aayog Meeting: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने नीति आयोग की आगामी बैठक का बहिष्कार करने के पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान के फैसले की निंदा की गई है। जहां शिअद के संचालक डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि नीति आयोग की बैठक एक महत्वपूर्ण मंच है जहां राज्यों को केंद्र की नीतियों और कार्यक्रमों पर अपनी राय देने और सुझाव देने का मौका मिलता है। ऐसे में इस मंच का बहिष्कार करना राज्य के हितों के खिलाफ हो सकता है, क्योंकि इससे राज्य की आवाज़ और चिंताओं को केंद्र के समक्ष सही ढंग से प्रस्तुत नहीं किया जा सकेगा।

मान के फैसले की आलोचना

मिली जानकारी के अनुसार, शिअद के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने नीति आयोग की बैठक के महत्व को रेखांकित करते हुए, मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस बैठक का बहिष्कार करने के निर्णय की आलोचना की है।  उनके बयान में कहा गया कि नीति आयोग की इस बैठक में पंजाब की विशेष आवश्यकताओं को स्पष्ट करने और नीति आयोग को केंद्र सरकार को उचित सिफारिशें करने के लिए राजी करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस मंच का बहिष्कार करने से पंजाब की आवाज़ सुनाई नहीं देगी और राज्य की समस्याओं का समाधान मिलने की संभावना कम हो सकती है। इसके साथ ही केंद्रीय योजनाओं को प्रभावित करने का अवसर गंवा सकती हैं।

सीएम मान ने बैठक का किया बहिष्कार

बता दें कि इससे पहले गुरुवार (25 जुलाई) को भगवंत मान ने एक मीटिंग के जरिए घोषणा की थी कि वह 27 जुलाई, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक का बहिष्कार करेंगे।

इस दौरान जालंधर में मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम मान ने आरोप लगाया कि, "पंजाब को बजट में विशेष दर्जा नहीं दिया गया। उनका कहना है कि राज्य के लिए आवश्यक वित्तीय और प्रशासनिक सहायता प्रदान करने के मामले में पंजाब की अपेक्षाओं को पूरा नहीं किया गया है। इसलिए नाखुश पंजाब नीति आयोग की बैठक का

बहिष्कार करता है। जिसके लिए 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की बैठक में भाग लेने का फैसला किया है।"

सीएम के फैसले को ठहराया गलत

डॉ. चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक का बहिष्कार करने से पहले तो पंजाब विधानसभा को विश्वास में लिया और ही राज्य के अन्य राजनीतिक दलों से परामर्श किया। इसका अर्थ यहीं है कि उन्होंने इस महत्वपूर्ण फैसले के लिए व्यापक संवाद और सहमति की प्रक्रिया का पालन नहीं किया, जो कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति अनादर के रूप में देखा जा सकता है।

मांग को वापस लेने का किया आग्रह

बताया जा रहा है कि डॉ. चीमा ने सीएम मान से तत्काल निर्णय वापस लेने की मांग की है। उनका कहना है कि बैठक का बहिष्कार एक तात्कालिक और कठोर कदम हो सकता है जो पंजाब के हितों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके बजाय, उनका सुझाव है कि मुख्यमंत्री को एक बेहतर और अधिक प्रभावी रणनीति अपनानी चाहिए जो राज्य के मुद्दों को उचित मंच पर उठाने में सक्षम हो।

 

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