YouTube Shorts बनाने वाले क्रिएटर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। कंपनी ने शॉर्ट्स के व्यू काउंटिंग मैट्रिक्स में बदलाव करने का ऐलान किया है, जिससे अब क्रिएटर्स को पहले से ज्यादा व्यूज मिलेंगे। यह नया नियम 31 मार्च से लागू होने जा रहा है। यूट्यूब का कहना है कि इस बदलाव से क्रिएटर्स को अपने कंटेंट की परफॉर्मेंस बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी।
31 मार्च से बदलेगा व्यू काउंटिंग सिस्टम
यूट्यूब ने जानकारी दी है कि अब से यह ट्रैक किया जाएगा कि शॉर्ट्स को कितनी बार प्ले या रिप्ले किया गया है। इससे पहले व्यू काउंट करने के लिए तय सेकंड्स तक वीडियो देखना जरूरी होता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इस बदलाव के बाद, शॉर्ट्स वीडियो को इंस्टाग्राम रील्स और टिकटॉक की तरह गिना जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि क्रिएटर्स के शॉर्ट्स वीडियो के व्यूज की संख्या में उछाल आ सकता है।
क्या इस बदलाव से होगी ज्यादा कमाई?
हालांकि, यूट्यूब ने साफ कर दिया है कि इस नए अपडेट से क्रिएटर्स की कमाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम और मोनेटाइजेशन के नियम पहले जैसे ही रहेंगे। यानी व्यूज भले ही ज्यादा दिखेंगे, लेकिन इससे क्रिएटर्स की आमदनी में कोई सीधा बदलाव नहीं होगा।
क्रिएटर्स को कैसे होगा फायदा?
यूट्यूब का कहना है कि यह अपडेट क्रिएटर्स की मांग को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इससे उन्हें यह समझने में आसानी होगी कि उनका कंटेंट किस हद तक ऑडियंस तक पहुंच रहा है। इस बदलाव से क्रिएटर्स को अपने कंटेंट में सुधार करने और ऑडियंस की रुचि के अनुसार वीडियो बनाने में मदद मिलेगी।यूट्यूब ने यह भी बताया कि क्रिएटर्स के पास अभी भी पुराने व्यूज मैट्रिक्स को देखने का विकल्प रहेगा।
वे यूट्यूब एनालिटिक्स के एडवांस्ड मोड में जाकर पुराने डेटा को देख सकते हैं। नए व्यू काउंटिंग सिस्टम के साथ, YouTube Shorts क्रिएटर्स को ज्यादा व्यूज मिलेंगे, जिससे उनकी पहुंच बढ़ेगी और उनका कंटेंट ज्यादा लोगों तक पहुंचेगा।