Sunita Williams Mission: सुनीता विलियम्स की वापसी; 10 महीने बाद घर लौटने की घड़ी नजदीक, नासा और स्पेसएक्स की तैयारियां पूरी

Sunita Williams Mission: सुनीता विलियम्स की वापसी; 10 महीने बाद घर लौटने की घड़ी नजदीक, नासा और स्पेसएक्स की तैयारियां पूरी
अंतिम अपडेट: 16 घंटा पहले

भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर के अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौटने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नासा और स्पेसएक्स ने उनके सुरक्षित रिटर्न मिशन को लेकर अंतिम योजना तैयार कर ली है। अब जल्द ही वे क्रू ड्रैगन फ्रीडम अंतरिक्ष यान के जरिए पृथ्वी पर लौटेंगे।

वाशिंगटन:  नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आखिरकार पृथ्वी पर लौटने की तैयारी कर रहे हैं। दोनों को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के एक छोटे से मिशन के लिए भेजा गया था, जो महज दस दिनों का था। हालांकि, उनके बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी के चलते यह मिशन लगभग दस महीने तक खिंच गया।

इस दौरान, नासा और बोइंग की टीमें लगातार स्टारलाइनर के सिस्टम की जांच और सुधार करने में जुटी रहीं, ताकि अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके। अब आखिरकार उनकी वापसी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और जल्द ही वे पृथ्वी पर लौट आएंगे। 

मिशन में देरी का कारण और नई योजना

सुनीता और विल्मोर बोइंग स्टारलाइनर मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे, जहां उनका प्रवास मात्र 10 दिनों का था। लेकिन स्टारलाइनर यान में तकनीकी खराबी के कारण यह मिशन 10 महीने लंबा हो गया। नासा ने सुनिश्चित किया कि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए सभी संभावित सुरक्षा उपाय अपनाए जाएं।

अब, नासा और स्पेसएक्स ने क्रू-10 मिशन के तहत वापसी की योजना बनाई है। क्रू-10 के सदस्य ऐनी मैकक्लेन, निकोल एयर्स, ताकुया ओनिशी और किरिल पेसकोव 13 मार्च को सुबह 5:18 बजे IST पर ISS के लिए रवाना होंगे। इसके बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी का शेड्यूल सक्रिय होगा।

वापसी की संभावित तारीख और प्रक्रिया

नासा के अनुसार, विलियम्स और विल्मोर का क्रू ड्रैगन फ्रीडम से ISS से प्रस्थान अस्थायी रूप से 16 मार्च को शाम 6:30 बजे IST पर निर्धारित किया गया है। हालांकि, यह शेड्यूल मौसम और अन्य तकनीकी कारकों पर निर्भर करेगा। लगभग 10 महीने तक माइक्रोग्रैविटी में रहने के बाद, सुनीता और विल्मोर के शरीर पर कई प्रभाव पड़े हैं।

पूर्व अंतरिक्ष यात्री लेरॉय चियाओ के अनुसार, इतने लंबे समय तक स्पेस में रहने के कारण शरीर को पृथ्वी की ग्रैविटी से समायोजित करने में हफ्तों का समय लग सकता है। पूर्व अंतरिक्ष यात्री टेरी वर्ट्स ने बताया कि वापस आने पर स्पेस यात्रियों को अक्सर चक्कर आने और शरीर में भारीपन का अहसास होता है। इसके अलावा, पैरों की त्वचा पर प्रभाव पड़ता है क्योंकि अंतरिक्ष में कॉलस खत्म हो जाते हैं।

राजनीतिक बहस भी हुई तेज

इस मिशन की देरी को लेकर अमेरिका में राजनीतिक बहस भी तेज हो गई है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने बाइडन प्रशासन की आलोचना की है, यह तर्क देते हुए कि नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए आवश्यक कार्रवाई में देरी की। हालांकि, नासा ने स्पष्ट किया है कि सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और मिशन में कोई भी जल्दबाजी यात्रियों की जान जोखिम में डाल सकती थी।

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