सुनीता विलियम्स का अंतरिक्ष में सफर प्रेरणादायक और ऐतिहासिक है। उनकी यात्रा 6 दिसंबर 2006 को शुरू हुई जब उन्होंने अंतरिक्ष यान STS-116 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर प्रस्थान किया। यह मिशन 22 जून 2007 को समाप्त हुआ और इस दौरान उन्होंने कई अद्भुत उपलब्धियां हासिल कीं।
नई दिल्ली: नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स कभी भी "अंतरिक्ष में फंसी" नहीं थीं। उनके मिशन पूरी तरह से योजनाबद्ध और सफल थे और वे हमेशा निर्धारित समय पर वापस धरती पर लौटीं। बता दें सुनीता विलियम्स ने 6 दिसंबर 2006 को अपने पहले अंतरिक्ष मिशन (STS-116) की शुरुआत की थी, जो 22 जून 2007 को समाप्त हुआ। इस मिशन में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर वैज्ञानिक अनुसंधान किया और महत्वपूर्ण स्पेसवॉक भी किए। वे कुल मिलाकर 195 दिनों तक अंतरिक्ष में रहीं, जो एक महिला के लिए उस समय का रिकॉर्ड था। इसके अलावा सुनीता विलियम्स अमेरिका की नौसेना में ट्रेनी पायलट थीं और उन्होंने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं। उन्होंने नासा में आने से पहले कैप्टन के पद तक सेवा की थी।
सुनीता ने माइकल विलियम्स से की शादी
सुनीता विलियम्स ने फेडरल मार्शल माइकल जे. विलियम्स से शादी की है। माइकल जे. विलियम्स अमेरिकी फेडरल कानून प्रवर्तन एजेंसी में कार्यरत हैं। सुनीता और माइकल की शादी लंबे समय से चली आ रही है और दोनों ने एक साथ कई महत्वपूर्ण अनुभव साझा किए हैं, खासकर जब सुनीता अंतरिक्ष मिशनों पर थीं। उनकी शादीशुदा ज़िंदगी में सुनीता के अंतरिक्ष करियर और माइकल के फेडरल मार्शल के पेशे के बीच तालमेल बिठाने में संतुलन बना हुआ हैं।
कौन है सुनीता विलियम्स के पति?
माइकल जे. विलियम्स फेडरल मार्शल और सुनीता विलियम्स के पति हैं। माइकल एक अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारी हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका की संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसी के लिए काम करते हैं। फेडरल मार्शल का काम विभिन्न कानूनी और न्यायिक गतिविधियों में सहयोग करना, जैसे अपराधियों की तलाश करना, अदालत की सुरक्षा सुनिश्चित करना, और विशेष अभियानों को अंजाम देना होता है। माइकल और सुनीता विलियम्स की शादी एक लंबे समय से चली आ रही है, और उनके निजी जीवन के बारे में बहुत अधिक जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है, क्योंकि वे अपने निजी जीवन को मीडिया से दूर रखते हैं।
कैसी चल रही है दोनों की लव स्टोरी?
सुनीता विलियम्स की कहानी उनके साहस और पेशेवर जीवन के साथ-साथ उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में भी बेहद प्रेरक है। नासा में अंतरिक्ष यात्री बनने से पहले, सुनीता एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में अमेरिकी नौसेना में काम करती थीं। वहीं, उनकी मुलाकात फेडरल मार्शल माइकल जे. विलियम्स से हुई। दोनों के बीच दोस्ती हुई और बाद में यह दोस्ती प्यार में बदल गई, जिसके बाद उन्होंने शादी का फैसला किया।
सुनीता विलियम्स भगवद गीता और हिंदू धर्म के चिह्न "ओम" को गहराई से मानती हैं। उनकी आस्था और धार्मिक दृष्टिकोण को लेकर माइकल ने कभी कोई आपत्ति नहीं जताई। इसके विपरीत, उन्होंने भी सुनीता के धार्मिक विश्वासों का सम्मान किया और भगवद गीता व "ओम" के प्रतीक को स्वीकार किया। यह उनके संबंधों में सांस्कृतिक और धार्मिक सामंजस्य का एक सुंदर उदाहरण हैं।
सुनीता विलियम्स जीवन परिचय
सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहायो, अमेरिका में हुआ था। उनके पिता दीपक पंड्या भारतीय मूल के हैं, जो एक जाने-माने न्यूरोलॉजिस्ट हैं। उनकी मां बोनी पंड्या स्लोवेनियाई मूल की हैं। इस बहु-सांस्कृतिक पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उनके जीवन और दृष्टिकोण पर गहरा प्रभाव डाला। शिक्षा और नौसेना करियर: सुनीता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अमेरिका से की और बाद में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने अमेरिकी नौसेना में बतौर ट्रेनी पायलट शामिल होकर अपनी सेवा शुरू की। नौसेना के दौरान ही उन्होंने हेलीकॉप्टर पायलट बनने का प्रशिक्षण प्राप्त किया और विभिन्न अभियानों में हिस्सा लिया।