Starlink के साथ Amazon Kuiper भी भारत में लॉन्च करेगी सैटेलाइट इंटरनेट, सरकार की मंजूरी का इंतजार

Starlink के साथ Amazon Kuiper भी भारत में लॉन्च करेगी सैटेलाइट इंटरनेट, सरकार की मंजूरी का इंतजार
अंतिम अपडेट: 4 घंटा पहले

भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं का विस्तार होने जा रहा है। Elon Musk की कंपनी Starlink जल्द ही देश में अपनी सेवाएं शुरू कर सकती है। इसके साथ ही Amazon की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा Kuiper भी भारतीय बाजार में उतरने की तैयारी में है। हालांकि, दोनों कंपनियों को सरकार की अंतिम मंजूरी का इंतजार है। माना जा रहा है कि Starlink को हरी झंडी मिलने के बाद Kuiper के लिए भी रास्ता साफ हो सकता है।

Starlink और Kuiper की भारत में एंट्री की तैयारी

भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं देने के लिए अमेरिकी कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है। Elon Musk की कंपनी Starlink को सरकार से लाइसेंस मिलने की उम्मीद है, जिससे यह देश में अपनी सेवाएं शुरू कर सके। इसी बीच, Amazon की Kuiper भी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करना चाहती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर Starlink को मंजूरी मिलती है, तो Kuiper के लिए भी सरकार का रास्ता आसान हो सकता है।

Starlink की मंजूरी पर Kuiper की उम्मीदें टिकीं

भारत में Starlink को लाइसेंस मिलने में देरी हो रही है, लेकिन इसके लिए अंतिम दौर की चर्चा जारी है। Starlink ने सरकार की शर्तों को स्वीकार कर लिया है और अपने कंट्रोल सेंटर को भारत में स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि यदि Starlink को मंजूरी मिलती है, तो Kuiper को भी सरकार से स्वीकृति मिल सकती है। इससे भारत के दूर-दराज इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराई जा सकेगी।

Starlink को जल्द मिल सकती है स्वीकृति

Starlink को भारत में लाइसेंस के लिए आवेदन किए हुए काफी समय हो चुका है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने सरकार की शर्तों को मान लिया है और अपने कंट्रोल सेंटर को भारत में स्थापित करने पर सहमति जता दी है। अब अंतिम फैसला सरकार के हाथ में है। अगर Starlink को मंजूरी मिलती है, तो यह भारत में Jio और Airtel के साथ मिलकर अपनी सेवाएं शुरू कर सकती है।
कैसे काम करती है सैटेलाइट इंटरनेट सेवा?

सैटेलाइट इंटरनेट सेवा में पारंपरिक ब्रॉडबैंड नेटवर्क की जरूरत नहीं होती। इसमें डेटा सीधा सैटेलाइट के माध्यम से ट्रांसमिट किया जाता है, जिससे दूर-दराज और दुर्गम इलाकों में भी इंटरनेट कनेक्टिविटी मिल सकती है। ऐसे इलाकों में जहां फाइबर केबल या मोबाइल टावर लगाना मुश्किल होता है, वहां सैटेलाइट इंटरनेट एक बेहतर विकल्प बन सकता है।

100 से अधिक देशों में Starlink की सेवा

Starlink इस समय अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भूटान सहित 100 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं दे रही है। भारत में भी इसकी मांग बढ़ रही है, खासतौर पर ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में, जहां ब्रॉडबैंड सेवाएं सीमित हैं। Starlink और Kuiper की एंट्री से भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल सकता है। अब देखना यह है कि सरकार कब इन कंपनियों को लाइसेंस देकर भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा का रास्ता खोलती है।

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