दक्षिण कोरिया के शोधकर्ताओं ने एक वीयरेबल रोबोट का विकास किया है, जो लकवाग्रस्त व्यक्तियों को चलने और सीढ़ियां चढ़ने में मदद करेगा। यह रोबोट आयरन मैन फिल्म से प्रेरित है और इसका वजन हल्का है। खास बात यह है कि यह रोबोट खुद-ब-खुद अपने यूजर के पास आ सकता है। कमर से नीचे लकवाग्रस्त लोग अब इस रोबोट की मदद से सीढ़ियां भी चढ़ सकेंगे, जो उनके लिए एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि मानी जा रही है।
रोबोट की मदद से जीता गोल्ड मेडल
कोरिया एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (KAIST) की एक्सोस्केलेटन लैबोरेट्री टीम ने एक ऐसा रोबोट विकसित किया है, जो लकवाग्रस्त व्यक्तियों को चलने और सीढ़ियां चढ़ने में मदद कर सकता है। इस वीयरेबल रोबोट को दिव्यांगों की रोजमर्रा की जिंदगी को बेहतर बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। टीम के सदस्य, Kim Seung-hwan ने इस रोबोट का प्रदर्शन करते हुए, 3.2 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने और सीढ़ियां चढ़ने में सफलता पाई। इसके साथ ही उन्होंने साइबैथलॉन 2024 की एक्सोस्केलेटन कैटेगरी में गोल्ड मेडल भी जीता।
क्या है सबसे खास फीचर
KAIST (कोरिया एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी) के शोधकर्ताओं ने लकवाग्रस्त लोगों के लिए एक क्रांतिकारी वीयरेबल रोबोट "WalkON Suit F1" का निर्माण किया है। इस रोबोट का सबसे अद्भुत फीचर यह है कि यह खुद चलकर यूजर के पास आ सकता है। एल्युमिनियम और टाइटैनियम से निर्मित यह रोबोट लगभग 50 किलोग्राम वजन का है और इसमें 12 इलेक्ट्रॉनिक मोटरें फिट की गई हैं, जो इंसानी शरीर के जोड़ों की गति की सटीक नकल करती हैं। यह रोबोट दिव्यांगों को चलने और सीढ़ियां चढ़ने में मदद करेगा, जिससे उनकी जीवनशैली में बड़ा बदलाव आ सकता है।
आयरन मैन फिल्म से मिली प्रेरणा
कोरिया के वैज्ञानिकों ने एक क्रांतिकारी वीयरेबल रोबोट "WalkON Suit F1" विकसित किया है, जो लकवाग्रस्त व्यक्तियों को चलने और सीढ़ियां चढ़ने में मदद करेगा। इस तकनीकी अविष्कार की प्रेरणा टीम के सदस्य Park Jeong-su को आयरन मैन फिल्म से मिली, जिसमें उन्होंने देखा कि कैसे एक रोबोटिक सूट किसी व्यक्ति को असाधारण क्षमता दे सकता है। उन्होंने कहा, "आयरन मैन देखकर मुझे यह प्रेरणा मिली कि यदि मैं ऐसा कोई रोबोट बना सकूं जो लोगों के जीवन को बेहतर बना सके, तो यह मेरी सबसे बड़ी सफलता होगी।" इस प्रेरणा से बना "WalkON Suit F1" अब दिव्यांगों के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने की संभावना लिए हुए है।
कैसे काम करता है यह रोबोट
दक्षिण कोरिया के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित "WalkON Suit F1" रोबोट में अत्याधुनिक सेंसर लगाए गए हैं, जो उपयोगकर्ता को चलते समय गिरने से बचाने में मदद करते हैं। ये सेंसर हर सेकंड 1,000 से अधिक सिग्नल मॉनिटर करते हैं और उपयोगकर्ता के अगले कदम का सही अनुमान लगाने में सक्षम होते हैं। इसके अलावा, रोबोट के सामने स्थित लेंस आसपास के माहौल को पहचान सकते हैं और रास्ते में आने वाली बाधाओं का आकलन करते हैं। ये लेंस सीढ़ियों की ऊंचाई का सही माप लेकर उपयोगकर्ता को सुरक्षित रूप से चढ़ाई में मदद करते हैं, जिससे उनकी चलने की प्रक्रिया और भी आसान और सुरक्षित हो जाती है।