Iran can attack Israel: क्या ईरान और इजराइल के बीच शुरू होगा महायुद्ध?, अमेरिका की चेतावनी के बाद नेतन्याहू ने युद्ध की तैयारी की तेज, जानिए पूरा मामला

Iran can attack Israel: क्या ईरान और इजराइल के बीच शुरू होगा महायुद्ध?, अमेरिका की चेतावनी के बाद नेतन्याहू ने युद्ध की तैयारी की तेज, जानिए पूरा मामला
Last Updated: 05 अगस्त 2024

Iran can attack Israel: क्या ईरान और इजराइल के बीच शुरू होगा महायुद्ध?, अमेरिका की चेतावनी के बाद नेतन्याहू ने युद्ध की तैयारी की तेज, जानिए पूरा मामला 

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ रहे तनाव को देखकर ऐसा लग रहा हैं कि दोनों देशों के बीच किसी भी समय महायुद्ध हो सकता है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जानकारी देते हुए कहां कि ईरान और हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल पर सोमवार को हमला कर सकता है। बता दें इजरायल ने भी काउंटर अटैक की पूरी तैयारी कर रखी हैं।

नई दिल्ली: इजराइल सेना द्वारा हमास लीडर इस्माइल हानिया की हत्या कर देने के बाद ईरान बुरी तरह आगबबूला हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ईरान बदला लेने के लिए इजरायल पर कभी भी अटैक कर सकता हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जानकारी देते हुए कहां कि ईरान और हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल पर सोमवार को हमला कर सकता है। बता दें इजरायल ने भी काउंटर अटैक की पूरी तैयारी कर रखी हैं।

ईरान आज कर सकता हैं हमला - अमेरिकी विदेश मंत्री

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चेतावनी देते हुए बताया कि ईरान सेना द्वारा कभी भी इजराइल पर अटैक किया जा सकता है। ब्लिंकन ने जी7 में साहिल सभी देशों के समकक्षों को चेतावनी दी है कि ईरान और हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल पर बदले की भावना से आज यानी सोमवार को किसी भी समय हमला किया जा सकता हैं।  हालांकि बेंजामिन नेतन्याहू इजरायल की धरती पर होने वाले हमले को रोकने के लिए ईरान पर पहले ही हमला कर सकता हैं।

नेतन्याहू ने सुरक्षा प्रमुखों के साथ की हाई लेवल मीटिंग

इजरायली पीएम नेतन्याहू ने युद्ध से पहले की रणनीति बनाने के लिए अपने सुरक्षा प्रमुखों के साथ सोमवार सुबह एक गुप्त बैठक की हैं। सूत्रों ने बताया की इस मीटिंग में खुफिया एजेंसी ​​मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया और शिन बेट के प्रमुख रोनेन बार भी मौजूद रहे। इनके अलावा रक्षा मंत्री योव गैलेंट और आईडीएफ  (Israel-Defense-Forces) के चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हलेवी भी शामिल हुए है।

बताया गया है कि साल 1980 के दशक की शुरुआत में ईरानी समर्थन से स्थापित हिजबुल्लाह मध्य पूर्व में ईरान का पहला दुशमन था। लेकिन इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) द्वारा वित्तपोषित और सशस्त्र के चलते हिजबुल्लाह ईरान की मूल विचारधारा का समर्थक करने लगा और मुख्य रूप से लेबनान की शिया मुस्लिम आबादी से अपनी सेना में भर्ती करता हैं।

हिजबुल्लाह भी कर सकता है अटैक

ईरान सैन्य अधिकारी ने शनिवार को एक भाषण में कहां था कि हिजबुल्लाह इजरायली क्षेत्र में अपने हमलों को और भी बढ़ा सकता है। इसका सीधा सा मतलब है कि वो इजरायली सेना और सैन्य प्रतिष्ठानों को अपना निशाना बनाएगा। इजराइल और हिजबुल्लाह संगठन के बीच तनाव उस समय बढ़ा जब इजरायल की सेना ने हिजबुल्लाह के एक सीनियर सैन्य कमांडर फुआद शुक्र को मौत के घाट उतारा दिय। बता दें 30 जुलाई को इजरायल ने दक्षिण बेरूत में स्थित घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र पर हमला किया था, जिसमें फुआद शुक्र और अन्य पांच नागरिक की मौत हो गई।

 

 

 

 

 

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