किसान आंदोलन में खनौरी बॉर्डर पर मारे गए युवा किसान शुभकरण सिंह (Shubhakaran Singh) का आज गुरुवार (29 फरवरी) को अंतिम संस्कार किया जायेगा। शुभकरण सिंह दो साल पहले दिल्ली में हुए किसान आंदोलन में किसान यूनियन की तरफ से शामिल हुआ था। शुभकरण सिंह की मौत के 7वें दिन पंजाब पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
किसान आंदोलन : पंजाब खनौरी बॉर्डर पर MSP और अन्य मानगो को लेकर किसान आंदोलन के 9वें दिन आंदोलनकारी किसानों और हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों के बीच हाथापाई हुई थी। इस बीच पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई। शुभकरण की मौत के 7 दिन बाद पंजाब पुलिस की तरफ से एक्शन लिया गया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या के मामले में FIR दर्ज की। 21 फरवरी को पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर खनौरी में 12 सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए थे। यह घटना दिल्ली चलो मार्च' के तहत कुछ प्रदर्शनकारी किसान पुलिस बैरिकेड की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे उसी दौरान उनको रोकने के लिए हुई हाथापाई में उसकी मौत हो गई।
शुभकरण का आज अंतिम संस्कार
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, मृतक शुभकरण का पोस्टमार्टम पटियाला के डॉक्टर्स की टीम द्वारा किया जायेगा। उसके बाद शुभकरण का अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह पटियाला से बठिंडा उसके गांव बल्लो में किया जायेगा। शुभकरण के परिजनों ने सरकार के सामने मांग रखी थी कि जब तक मान सरकार शुभकरण के हत्यारों को सजा नहीं देगी, तब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जायेगा।
शुभकरण सिंह दो साल पहले दिल्ली में हुए किसान आंदोलन में किसान यूनियन की तरफ से शामिल हुआ था। शुभकरण सिंह भारतीय किसान एकता सिद्धपुर यूनियन से ताल्लुक रखता था। 13 फरवरी को वह किसानो के साथ दिल्ली की तरफ कूच करते हुए खनौर बॉर्डर पर पहुंचा था।
युवा किसान शुभकरण सिंह
मिली जानकारी के मुताबिक, शुभकरण की उम्र लगभग 22 साल थी। उसके पिता चरणजीत सिंह स्कूल वैन चलाते हैं और माँ की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। बताया गया कि वह दो बहनो का एकलौता भाई था। शुभकरण के पिता की शिकायत पर दर्ज FIR के मुताबिक, अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिसमें पंजाब पुलिस ने पटियाला के पाट्रान पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और धारा 114 (अपराध होने पर उकसाने वाला उपस्थित होना) के तहत मामले पर एक्शन लिया गया है।
सरकार और किसानों के बीच गतिरोध खत्म होने की संभावना
दर्ज FIR के मुताबिक, घटनास्थल हरियाणा के जींद जिले के गढ़ी में दिखाया गया है। खनौरी बॉर्डर भी जींद जिले के पास स्थित है। बताया कि शुभकरण सिंह की हत्या का मामला दर्ज होने के बाद अब पंजाब सरकार और किसानों के बीच गतिरोध खत्म होता नजर आ रहा है, क्योंकि किसान नेताओं की मांग थी कि मृतक शुभकरण सिंह के पोस्टमार्टम की अनुमति तभी दी जाएगी, जब पुलिस द्वारा मामले पर FIR दर्ज की जाएगी।
इससे पहले पंजाब सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने शुभकरण सिंह की मौत के बाद 1 करोड़ रूपये का मुआवजा और उसकी बहन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। पंजाब के किसानों ने शंभू और खनौर बॉर्डर पर आंदोलन जारी कर रखा है। जानकारी के अनुसार, आज किसान नेताओं की ओर से आंदोलन की रणनीति पर आखिरी फैसला लिया जा सकता है।