कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा के भाषण को आपत्तिजनक बताया है। खरगे ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री ने गलत बयान दिया है। उन्होंने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को गृहमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए। खरगे ने यह भी कहा कि अमित शाह को अपने बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
Delhi: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे ने राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री के भाषण को आपत्तिजनक बताया है। खरगे ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृहमंत्री ने गलत बयान दिया है। उन्होंने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को गृहमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए। खरगे ने यह भी कहा कि अमित शाह को अपने बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
पूरा मामला क्या है?
दरअसल, मंगलवार को कांग्रेस ने आरोप लगाया कि संविधान पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी दिखाती हैं कि भाजपा और आरएसएस के नेता बीआर आंबेडकर से कितनी नफरत करते हैं। पार्टी ने मांग की कि शाह अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें।
क्या हुआ?
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग मनुस्मृति में विश्वास करते हैं वे निश्चित रूप से आंबेडकर से असहमत होंगे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शाह के राज्यसभा में भाषण के अंश एक्स पर साझा किए। इसमें शाह विपक्ष पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं, "अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर.. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।"
जयराम रमेश ने अपनी पोस्ट में कहा, "नफरत इतनी है कि उन्हें बाबा साहब के नाम से भी चिढ़ होती है। ये वही लोग हैं जिनके पूर्वज बाबा साहब के पुतले जलाते थे, जो खुद बाबा साहब द्वारा दिए गए संविधान को बदलने की बात करते थे।" उन्होंने कहा, "शर्मनाक! अमित शाह को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।"
राज्यसभा में अमित शाह ने दिया था संबोधन
कांग्रेस के लिए संविधान का अर्थ सिर्फ इतना था कि सत्ता में बने रहने के लिए जब चाहो संशोधन कर दो। तुष्टीकरण की शुरूआत भी इसीलिए हुई थी। तीखे स्वर में उन्होंने कांग्रेस से कहा- यदि कांग्रेस आज मुस्लिम पर्सनल लॉ का समर्थन कर रही है तो फिर पूरा शरीया ही क्यों नहीं दे दिया। निकाह और वारिस के लिए पर्सनल लॉ चाहिए तो अपराध में क्यों नहीं? अपराध करने पर पत्थर मारोगे, सूली पर चढ़ाओगे? शाह ने कहा कि भाजपा ने जब कभी संशोधन किया तो देश के लिए किया। उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने मॉडल यूसीसी बनाया है। इसकी विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा के बाद भाजपा सरकार इसे सभी राज्यों में लागू करेगी।