बिहार के कटिहार जिला में सेब की खेती के बाद सेब की अच्छी पैदावार को देखकर किसान बहुत खुश नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही जिले में किसानों ने नारंगी की खेती भी पहली बार ही की है। जिसका नतीजा भी काफी बेहतर आया है। जिले में लगभग ढाई-तीन एकड़ में सेब की खेती की गई हैं।
कटिहार: जिले में उद्यानिक फसल (सेब की खेती) के प्रति किसान जागरूक हो रहे हैं। जिसके कारण जिले में बेमाैसम फसल (बिना ऋतू) और फल की खेती का प्रचलन बढ़ने लगा है। जिले में की गई सेब की खेती के बाद फसलों पर फल आने के बाद किसान काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। आस पास के क्षेत्रों में भी किसानों का झुकाव उद्यानिक फसल की खेती करने की तरफ हो रहा हैं। जिले में किसानों के द्वारा नारंगी की खेती भी पहली बार की गई जिसमे भी काफी ज्यादा मुनाफा होने की उम्मीद हैं।
दो एकड़ में की गई सेब की खेती
Subkuz.com स्थानीय किसान ने बताया कि जिला उद्यान विभाग के द्वारा विशेष उद्यानिक फसल योजना के तहत कटिहार जिला के बारसोई और कोढ़ा प्रखंड के दो एकड़ क्षेत्र में सेब की खेती की जा रही है। इसके अलावा आधा एकड़ भूमि पर निजी स्तर पर कुल पांच किसान सेब की खेती कर रहे हैं। विभाग द्वारा जांच के बाद बताया गया है कि सेब के पेड़ में बहुत अच्छे फल आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2021-22 में इस योजना के तहत जिले में दो एकड़ भूमि पर सेब की खेती करने का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें विभाग द्वारा किसानों को खेती करने के लिए तीन साल के दौरान तीन किस्त के माध्यम से 49 हजार 350 रूपये अनुदान राशि दी जा रही है। जिले के उत्पादित सेब की फसल देखने वाले लोगों को हैरान कर रही है. उत्पादित फल की मार्केटिंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण किसानों में थोड़ी चिंता बनी हुई है।