28 जून को, जबलपुर के भेड़ाघाट पुलिस स्टेशन के पास बम्हौरा-हिनौता गांव में किसान पति पत्नी के शव नर्मदा नदी में पाए गए। किसान पर बैंक का कर्ज था और वह यह कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं था, इसलिए उसने यह आत्मघाती कदम उठाया | पुलिस ने तथ्यों को ध्यान में रखते हुए इस मामले की जांच पड़ताल की।
नर्मदा नदी में मिली लाश
भेड़ाघाट थाना अध्यक्ष शफीक खान के मुताबिक बम्हौरा-हिनौता गांव निवासी किसान अपनी पत्नी के साथ बिना बताए घर से गायब हो गए और काफी समय तक वापस नहीं लौटे | जब पूरी रात वो वापस नहीं आये तो उसके परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। खोजबीन के दौरान पुलिस टीम को धुंआधार के पास धर्मेंद्र की मोटरसाइकिल मिली और तब पुलिस को संदेह हुआ कि दोनों ने धुंआधार से नर्मदा नदी में छलांग लगा दी है। पुलिस ने गोताखोरों की टीम की मदद से किसान धर्मेंद्र और उनकी पत्नी संध्या की तलाश शुरू की।
काफी घंटो की छानबीन के बाद बीती रात को किसान धर्मेंद्र का शव शाहपुर में नर्मदा नदी के माल कछार घाट पर मिला। उसके बाद पुलिस को बुधवार की दोपहर उस किसान की पत्नी संध्या का शव गौबच घाट पर मिला। पुलिस ने शव को अपने अंडर में लिया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया | दंपति का एक 15 साल का बेटा और 12 साल की बेटी भी हैं लेकिन अब दोनों के सर से ही माँ बाप का साया हट चूका हैं और इतनी छोटी उम्र में उनके लिए अकेले जीवन जीना बहुत मुश्किल हो गया है।